पूर्वोत्तर भारत का छोटा सा राज्य मिजोरम (Mizoram) ने शिक्षा के क्षेत्र में एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है। यह देश का पहला पूर्ण साक्षर राज्य बन गया है, जिसने 97 प्रतिशत साक्षरता दर का लक्ष्य प्राप्त कर लिया है। केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय (Union Ministry of Education) ने मंगलवार को इसकी आधिकारिक घोषणा की और मिजोरम सरकार को एक विशेष प्रमाणपत्र सौंपा। यह उपलब्धि न केवल मिजोरम के लिए गर्व का क्षण है, बल्कि यह पूरे देश के लिए प्रेरणा का स्रोत भी है। आइए, इस उपलब्धि के पीछे की कहानी और इसके महत्व को समझते हैं।
मिजोरम की साक्षरता यात्रा: एक प्रेरणादायक कहानीमिजोरम ने अपनी शिक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के लिए कई वर्षों तक अथक प्रयास किए। स्थानीय समुदायों, शिक्षकों, और सरकारी योजनाओं के संयुक्त प्रयासों ने इस सपने को साकार किया। नव साक्षरता मिशन (New India Literacy Mission) के तहत, मिजोरम ने स्कूलों में बच्चों की उपस्थिति बढ़ाने, वयस्क शिक्षा कार्यक्रमों को लागू करने, और ग्रामीण क्षेत्रों में जागरूकता फैलाने पर विशेष ध्यान दिया। इस मिशन के तहत, 97 प्रतिशत साक्षरता दर हासिल करने वाला कोई भी राज्य या केंद्र शासित प्रदेश पूर्ण साक्षर घोषित किया जाता है। मिजोरम ने इस लक्ष्य को न केवल हासिल किया, बल्कि इसे समय से पहले पूरा कर दिखाया।
लद्दाख से प्रेरणा, मिजोरम ने बनाया कीर्तिमानइससे पहले, केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख (Ladakh) ने 2024 में पूर्ण साक्षरता का लक्ष्य हासिल कर देश को गौरवान्वित किया था। मिजोरम ने इस प्रेरणा को आत्मसात करते हुए अपनी शिक्षा नीतियों को और सशक्त किया। स्थानीय भाषा और संस्कृति को शिक्षा का हिस्सा बनाकर, मिजोरम ने यह सुनिश्चित किया कि हर वर्ग तक शिक्षा की पहुंच हो। विशेष रूप से, ग्रामीण और आदिवासी क्षेत्रों में साक्षरता कार्यक्रमों को लागू करने में मिजोरम सरकार (Mizoram Government) की भूमिका सराहनीय रही है।
शिक्षा मंत्रालय की सराहना और भविष्य की राहकेंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान (Dharmendra Pradhan) ने मिजोरम की इस उपलब्धि को "शिक्षा के क्षेत्र में मील का पत्थर" करार दिया। उन्होंने कहा कि मिजोरम का यह कदम देश के अन्य राज्यों के लिए एक मिसाल है। मिजोरम के मुख्यमंत्री लालदुहोमा (Lalduhoma) ने इस अवसर पर कहा, "हमारी प्राथमिकता हमेशा से शिक्षा रही है। यह उपलब्धि हमारे शिक्षकों, छात्रों, और समुदाय की मेहनत का परिणाम है।" शिक्षा मंत्रालय ने मिजोरम को भविष्य में डिजिटल शिक्षा और कौशल विकास पर ध्यान देने की सलाह दी है ताकि यह उपलब्धि और सशक्त हो सके।
मिजोरम की सफलता का देश पर प्रभावमिजोरम की इस उपलब्धि का असर केवल इस छोटे से राज्य तक सीमित नहीं है। यह पूरे देश को यह संदेश देता है कि दृढ़ संकल्प और सही नीतियों के साथ कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं है। नव साक्षरता मिशन (New India Literacy Mission) के तहत, भारत सरकार (Government of India) का लक्ष्य 2030 तक पूरे देश को साक्षर बनाने का है। मिजोरम और लद्दाख जैसे उदाहरण अन्य राज्यों को इस दिशा में प्रेरित करेंगे। यह उपलब्धि न केवल शिक्षा के क्षेत्र में, बल्कि सामाजिक और आर्थिक विकास में भी योगदान देगी।
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