Jammu Kashmir : जम्मू-कश्मीर में हाल के दिनों में तनाव अपने चरम पर पहुंच गया है। नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर पाकिस्तानी सेना की ओर से की गई गोलीबारी ने एक बार फिर क्षेत्र में अशांति को बढ़ा दिया है। भारतीय सेना ने इस उकसावे का मुंहतोड़ जवाब दिया, जिससे दोनों पक्षों के बीच तनातनी और गहरा गई।
इस घटना में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है, लेकिन स्थिति पर करीबी नजर रखी जा रही है। इसके साथ ही, आतंकी गतिविधियों ने भी जम्मू-कश्मीर के हालात को और जटिल बना दिया है। पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले, जिसमें 26 नागरिकों की निर्मम हत्या की गई, ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है।
पहलगाम हमला
पहलगाम के बैसरन मैदान में हुए आतंकी हमले ने न केवल स्थानीय लोगों में दहशत फैलाई, बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर भी गहरी चिंता पैदा की। इस हमले के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सख्त लहजे में कहा कि आतंकियों और उनके समर्थकों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने विश्वास दिलाया कि आतंकवादियों का पीछा कर उन्हें दुनिया के किसी भी कोने में जवाबदेह बनाया जाएगा। इस हमले के जिम्मेदार आतंकियों को पकड़ने के लिए बैसरन मैदान में चौथे दिन भी बड़े पैमाने पर आतंकवाद विरोधी अभियान चलाया जा रहा है। सुरक्षा बल दिन-रात आतंकियों की तलाश में जुटे हैं, ताकि क्षेत्र में शांति बहाल हो सके।
उधमपुर और कुलगाम में मुठभेड़
आतंकवाद के खिलाफ जम्मू-कश्मीर में चल रहे अभियानों का दायरा लगातार बढ़ रहा है। गुरुवार को उधमपुर जिले के बसंतगढ़ में सुरक्षा बलों और आतंकियों के बीच हुई मुठभेड़ में एक सैनिक शहीद हो गया। सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने खुफिया जानकारी के आधार पर इस संयुक्त अभियान को शुरू किया था। मुठभेड़ के दौरान भारी गोलीबारी हुई, जिसमें हमारे एक बहादुर जवान को गंभीर चोटें आईं। तमाम चिकित्सा प्रयासों के बावजूद उनकी जान नहीं बचाई जा सकी। इस अभियान में आतंकियों को घेरने की कोशिशें अभी भी जारी हैं।
इसी तरह, कुलगाम जिले में भी गुरुवार को सुरक्षा बलों और आतंकियों के बीच गोलीबारी शुरू हुई। हालांकि, शुक्रवार सुबह से गोलीबारी की कोई ताजा खबर सामने नहीं आई है। सुरक्षा बल सतर्कता के साथ इलाके में तलाशी अभियान चला रहे हैं। इसके अलावा, पुंछ जिले में भी आतंकियों के खिलाफ एक और अभियान शुरू किया गया है। इन सभी ऑपरेशनों का मकसद आतंकवाद को जड़ से खत्म करना और क्षेत्र में अमन-चैन स्थापित करना है।
चुनौतियों के बीच सुरक्षा बलों का हौसला
जम्मू-कश्मीर में एक तरफ जहां नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तानी सेना की हरकतें चुनौती बनी हुई हैं, वहीं आतंकी हमलों ने सुरक्षा बलों के सामने नई मुश्किलें खड़ी की हैं। इसके बावजूद, भारतीय सेना और सुरक्षा बल पूरे दृढ़ संकल्प के साथ आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे हैं। बैसरन मैदान हत्याकांड के दोषियों को पकड़ने के लिए चल रहा अभियान इस बात का सबूत है कि भारत आतंक के खिलाफ अपनी जीरो टॉलरेंस नीति पर अडिग है।
You may also like
नितेश राणे के 'सोच कर करें खरीदारी' बयान पर भड़के अबू आजमी, बोले- ये बयान गलत
ईशान किशन ने पावरप्ले में हालात के हिसाब से खेलकर परिस्थितियों को बखूबी समझा : फिंच
पाकिस्तान हवाई क्षेत्र प्रतिबंध के बीच केंद्र ने एयरलाइनों को यात्रियों की सुविधा और सुरक्षा सुनिश्चित करने के निर्देश किए जारी
सोना तस्करी मामले में कन्नड़ अभिनेत्री रान्या राव को झटका, हाईकोर्ट ने जमानत की खारिज
KPSC AO, AAO Recruitment 2025: Check Exam Pattern, Syllabus, and Hall Ticket Download Steps