चित्तौड़गढ़, 27 अगस्त (Udaipur Kiran) । चित्तौड़गढ़ जिले के राशमी थाना क्षेत्र में मंगलवार देर रात को एक बड़ा हादसा हुआ है। पुलिया पार करने के दौरान वैन नदी में बढ़ गई। इसमें वैन में सवार चार लोग तो बह गए जबकि पांच लोगों को पुलिस एवं ग्रामीणों की सहायता से बचा लिया। दो महिला एवं एक बालिका के शव को निकाल लिया। वहीं एक बालिका के शव की तलाश गुरुवार को होगी।वैन में सवार लोगों को गूगल मैप से रास्ता देखना भारी पड़ गया। गूगल मैप इन्हें तीन साल से बंद पड़ी पुलिया पर ले गया, जिससे वैन गड्ढे में उतर गई तथा बाद में बनास नदी में बह गई।
पुलिस के अनुसार चित्तौड़गढ़ जिले के भूपालसागर थाना क्षेत्र के कानाखेड़ा में रहने वाले एक परिवार के 9 सदस्य मंगलवार को भीलवाड़ा जिले में सवाईभोज दर्शन के लिए गया था। वापसी में यह लोग भीलवाड़ा में रुके तथा पुनः अपने घर लौट रहे थे। इसके लिए इन्होंने गूगल मैप की सहायता ली थी। इस दौरान बनास नदी पर सोमी-उपरेडा पुलिया पर यह गूगल मैप की सहायता से पहुंच गए। यह पुलिया काफी समय से बंद पड़ी थी और ऊपर से पानी भी बह रहा था। चालक ने वैन को पुलिया पर उतार दी। इसमें एक गढ़ा था जिसमें वैन फस गई तथा बाद में तेज बहाव में बह गई। किसी तरह वैन में सवार लोगों ने सहायता मांगी। वहीं मामले की जानकारी मिली तो बड़ी संख्या में ग्रामीण मौके पर एकत्रित हो गए। पुलिस को भी सूचना दी गई। इस पर पुलिस एवं प्रशासन के आला अधिकारी मौके पर पहुंचे। ग्रामीणों से नाव मंगवा तथा पांच लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया। वहीं चार लोग पानी में बह गए, जिसमें दो बालिकाएं भी थी। ऐसे में बहे महिला एवं बालिकाओं की तलाश के लिए सिविल डिफेंस की टीम को मौके पर बुलाया गया। बाद में एसडीआरएफ भी पहुंची। अंधेरा होने के कारण रेस्क्यू अभियान रात में शुरू नहीं किया गया। मौके पर राशमी एसडीएम के अलावा गंगरार डिप्टी प्रभु लाल, राशमी थानाधिकारी देवेंद्र देवल मय जाप्ता के मौके पर पहुंचे थे। गुरुवार सुबह होने के साथ रेस्क्यू अभियान शुरू हो गया।
बालिका के शव की होगी तलाश
इस हादसे में वैन में सवार सभी नौ लोग आपस में रिश्तेदार होकर गाडरी समाज के हैं। इनमें से मदनलाल (25) पुत्र देवीलाल, हितेश (16) पुत्र सोहन, लीला (18) पत्नी देवीलाल, काव्यांश (9 माह) पुत्र मदन तथा आयांश (9 माह) पुत्र देवीलाल को ग्रामीणों व पुलिस ने बचा लिया। वहीं हादसे में चंदा (21) पत्नी हेमराज, ममता (25) पत्नी मदन, खुशी (4) पुत्री मदन तथा रूत्वी (6) पुत्री हेमराज बह गए। इनमें से तीन के शव मिल गए, जबकि रूत्वी का शव नहीं मिला। ऐसे में अब गुरुवार को शव की तलाश होगी।
बंद रास्ते पर ले गया मैप
जानकारी में सामने आया कि मातृकुंडिया बांध में पानी की आवक हुई थी। ऐसे में प्रशासन ने अलर्ट किया था। मंगलवार रात 10 बजे सायरन बजा कर बांध के गेट खोले गए थे। वहीं प्रशासन ने बनास नदी पुलिया पर आने वाले रास्तों पर जो नीचे है, वहां पत्थर अथवा जेसीबी लगा कर बंद किए थे। यह परिवार कहीं बाहर रहता है तथा अभी गांव आया हुआ था। इन्हें जानकारी नहीं थी कि तीन साल से सोमी-उपरेडा पुलिया बंद हैं। ये पहले वैन को सांखली मार्ग पर ले गए तो पुलिया के आगे जेसीबी खड़ी थी। इस पर ये गूगल मैप की सहायता से सोमी-उपरेडा मार्ग स्थित पुलिया पर आ गए।
रिश्तेदारों ने किया था मना, फिर भी नहीं माने
पुलिस ने बचाए गए परिवार के सदस्यों से पूरी जानकारी ली। इसमें हितेश ने बताया कि मंगलवार सुबह 9.30 बजे घर से रवाना होकर वे गंगापुर होते हुवे सवाई भोज दर्शन करने गए थे। वहां से देमाली दर्शन किए तथा भीलवाड़ा आए, जहां रिश्तेदार के यहां खाना खाया। रिश्तेदार ने रात ज्यादा होने का हवाला देते हुए रुकने की कहा था। लेकिन हितेश के साथ शामिल उसकी एक भाभी ने देवता का कारण बताते हुए रात रुकने से मना कर दिया था।
कलेक्टर व एसपी ने ली रेस्क्यू अभियान की जानकारी में सामने आया कि उपरेड़ा निवासी अब्दुल जब्बार ने नदी के बहाव के विपरीत जाकर 5 व्यक्तियों को सुरक्षित बाहर निकाला। सूचना मिलने पर मौके पर जिला कलक्टर आलोक रंजन, पुलिस अधीक्षक मनीष त्रिपाठी मौके पर पहुंचे। उन्होंने ग्रामीणों से बात कर मामले की जानकारी ली। अधिकारियों ने रेस्क्यू अभियान की भी जानकारी ली। इस दौरान क्षेत्रीय विधायक अर्जुनलाल जीनगर सहित संपूर्ण प्रशासनिक टीम मौके पर मौजूद रह कर राहत एवं बचाव कार्य में जुटी है।
—————
(Udaipur Kiran) / अखिल
You may also like
रोजाना ₹100 की बचत से बनाएं धन का ढेर, देखें प्लान!
'वोट चोरी' का आरोप लगाकर नाकामियों को छिपा रहा विपक्ष: रोहन गुप्ता
जम्मू में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में आवश्यक सेवाओं को प्राथमिकता पर करें बहाल: मनोज सिन्हा
उत्तर प्रदेश : गंगा में डूबे एक ही परिवार के तीन सगे भाई, सर्च ऑपरेशन जारी
सपा सांसद राजीव राय ने जम्मू भूस्खलन पर जताया दुख, पीड़ितों को राहत देने की मांग