कानपुर, 21 अगस्त (Udaipur Kiran) । उत्तर प्रदेश के कानपुर जनपद में सरसैया घाट स्थित नवीन सभागार में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन योजना के अंतर्गत जिला स्वास्थ्य समिति की शासकीय -निकाय की बैठक संपन्न हुई। बैठक में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचालित विभिन्न कार्यक्रमों की प्रगति की समीक्षा की गई, जिनमें राष्ट्रीय वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम, राष्ट्रीय कुष्ठ निवारण कार्यक्रम, पुनरीक्षित क्षय नियंत्रण कार्यक्रम, परिवार कल्याण कार्यक्रम, जननी सुरक्षा योजना, राष्ट्रीय अंधता नियंत्रण कार्यक्रम, राष्ट्रीय शहरी स्वास्थ्य मिशन, नियमित टीकाकरण कार्यक्रम एवं आयुष्मान भारत योजना शामिल रहे। यह जानकारी गुरूवार को जिलाधिकारी जितेन्द्र प्रताप सिंह ने दीं।
जिलाधिकारी जितेन्द्र प्रताप सिंह ने निर्देशित करते हुए कहा कि गरीब एवं वंचित वर्ग को स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराना सभी चिकित्सकों का दायित्व है। उन्होंने कहा कि “एक भी बच्चा छूटा तो सुरक्षा कवच टूटा” की भावना के साथ प्रत्येक बच्चे का आरबीएसके टीम द्वारा स्वास्थ्य परीक्षण एवं समय पर टीकाकरण सुनिश्चित किया जाए। नवाबगंज क्षेत्र में बच्चों का चिन्हांकन न होने पर जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि सभी छूटे हुए बच्चों की सूची तैयार कर उनका शत-प्रतिशत टीकाकरण कराया जाए।
जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा कि डीआईओ के माध्यम से ऐसे चिकित्सकों के विरुद्ध कार्यवाही का प्रस्ताव तैयार कर प्रस्तुत किया जाए, जिन्होंने टीकाकरण अभियान के दौरान शून्य डोज दर्ज किए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि संबंधित चिकित्सकों के विरुद्ध कार्यवाही का प्रस्ताव एक सप्ताह के भीतर प्रस्तुत किया जाना सुनिश्चित किया जाए।
बैठक के दौरान यूनिसेफ सर्वे का उल्लेख करते हुए जिलाधिकारी ने बताया कि डॉ. राम द्वारा एक माह से एक भी मरीज न देखे जाने की सूचना प्राप्त हुई है। इस पर उन्होंने संबंधित चिकित्सक को नोटिस जारी करने तथा अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी एवं एमओआईसी की संस्तुति के बिना अग्रिम आदेशों तक उनका वेतन आहरण न करने के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने सभी एमओआईसी को निर्देशित किया कि 22 अगस्त से 15 सितंबर के बीच प्रत्येक ब्लॉक में न्यूनतम चार हज़ार आयुष्मान कार्ड बनाए जाएं। वहीं शहरी क्षेत्र के लिए एक माह में 10,000 आयुष्मान कार्ड बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। जिलाधिकारी ने स्पष्ट किया कि इस अभियान की प्रतिदिन समीक्षा वर्चुअल माध्यम से की जाएगी।
बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने बताया कि जनपद की पांच आशा बहुओं ने उत्कृष्ट कार्य किया है, जिन्हें शीघ्र ही प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया जाएगा। इनमें शामिल हैं—
रीता सिंह, किदवई नगर
पूजा गुप्ता, मछरिया गाँव
अन्नपूर्णा सिंह, छेदी सिंह का पुरवा
संध्या, गंगापुर गाँव
बी.बी. श्रीवास्तव, आदर्श नगर मवानपुर बेबी
साथ ही, जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि जिन पांच आशा बहुओं का प्रदर्शन सबसे खराब पाया गया है, उनके विरुद्ध मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित की जाए।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी दीक्षा जैन, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. हरि दत्त नेमी, सीएमएस उर्सला सहित अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।
(Udaipur Kiran) / मो0 महमूद
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