कन्नौज, 28 मई . समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष कलीम खान की अध्यक्षता में एक विशाल धरना प्रदर्शन आयोजित किया गया, जिसका उद्देश्य था परफ्यूम पार्क की धीमी प्रगति, इत्र उद्योग की उपेक्षा और भाजपा सरकार की जनविरोधी नीतियों के विरुद्ध जनता की आवाज़ को बुलंद करना. धरने के उपरांत महामहिम राष्ट्रपति को संबोधित एक ज्ञापन जिलाधिकारी के माध्यम से सौंपा गया.
इस कार्यक्रम में समाजवादी पार्टी के नेताओं ने भाग लिया, जिनमें जिलाप्रभारी अनिल प्रताप सिंह मुख्य अतिथि रहे. संचालन का दायित्व विधानसभा अध्यक्ष पी पी सिंह बघेल ने निभाया अन्य प्रमुख पदाधिकारी भी मंच पर मौजूद रहे.
जिलाध्यक्ष कलीम खान ने कहा कन्नौज की पहचान केवल इत्र की खुशबू नहीं, बल्कि इस मिट्टी में बसे करोड़ों सपनों से है. अखिलेश यादव ने 2016 में जो सपना देखा कि कन्नौज को ‘इंडिया का ग्रासो’ बनाना है उसे भाजपा सरकार ने पूरी तरह कुचल दिया. न रिसर्च सेंटर बना, न लैब, न पुष्प उद्यान. 100 एकड़ की परियोजना को संकुचित कर 35 एकड़ कर दिया गया. ये न केवल आर्थिक अपराध है, बल्कि हमारी सांस्कृतिक विरासत पर भी हमला है. हम ये अन्याय नहीं सहेंगे.
जिलाप्रभारी अनिल प्रताप सिंह के अपने सम्बोधन में कहा कि ये दुर्भाग्यपूर्ण है कि केंद्र और राज्य में भाजपा की सरकार होने के बावजूद कन्नौज के लोगों को उनके हक से वंचित रखा गया है. इत्र उद्योग, जो यहां की जीवनरेखा है, आज टैक्स, जीएसटी और सरकारी अनदेखी की मार झेल रहा है. भाजपा का विकास केवल पूंजीपतियों के लिए है, आम कारीगर, किसान, व्यापारी उनके लिए कोई मायने नहीं रखते.
पूर्व विधायक अरविन्द सिंह यादव एवं पूर्व विधायक कल्याण सिंह दोहरे ने इत्र उद्योग के हर कारीगर, व्यापारी और किसान के साथ है. भाजपा सरकार का यह रवैया कि समाजवादी सरकार की सभी योजनाओं को रोक दो ये जनता के साथ धोखा है. अगर यही रवैया रहा, तो आने वाले चुनाव में भाजपा को कन्नौज की धरती से जवाब मिलेगा.
सपा नेता यश कुमार दोहरे एवं पी पी सिंह बघेल, विधानसभा अध्यक्ष समाजवादी पार्टी ने कहा कि जब समाजवादी सरकार थी, तब इत्र व्यापारियों को टैक्स में छूट, सरल लाइसेंसिंग और अंतरराष्ट्रीय सहयोग जैसे कदम उठाए गए थे. आज इत्र व्यापारियों को बार-बार नोटिस, छापे, और जांचों के माध्यम से डराया जा रहा है. क्या ये व्यापारियों को प्रोत्साहित करने का तरीका है या उन्हें बर्बाद करने का?
वरिष्ठ नेता जय कुमार तिवारी एवं वरिष्ठ नेता अनिल पाल ने कहा कि यह बात अब किसी से छिपी नहीं है कि कन्नौज के पूर्व सांसद और भाजपा नेता सुब्रत पाठक स्वयं एक इत्र कारोबारी हैं, और उन्हीं की वजह से इस परफ्यूम पार्क परियोजना को योजनाबद्ध तरीके से रोक दिया गया.
यदि यह परफ्यूम पार्क विकसित होता, तो सैकड़ों व्यापारी अपने कारखाने खोलते, हजारों युवाओं को इत्र निर्माण की बारीकियाँ सीखने और रोजगार पाने का मौका मिलता, और किसानों को फूलों की खेती के लिए बेहतर मूल्य मिलता लेकिन सुब्रत पाठक नहीं चाहते कि कन्नौज में कोई और इत्र उद्योग विकसित हो, क्योंकि ऐसा होने से उनकी वर्षों से चली आ रही इत्र व्यापार में मोनोपोली खत्म हो जाएगी. ये व्यक्तिगत लाभ के लिए जनहित की बलि देना है और समाजवादी पार्टी इसका पुरज़ोर विरोध करती है.
प्रदेश सचिव आकाश शाक्य एवं जिला पंचायत सदस्य श्याम सिंह यादव ने कहा कि जीएसटी की आड़ में इत्र व्यापारियों का शोषण हो रहा है. समाजवादी सरकार ने गुलाबजल, केवड़ा जल, अगरबत्ती जैसे उत्पादों को टैक्स फ्री किया था, वहीं भाजपा सरकार ने इन्हें महंगे टैक्स स्लैब में डाल कर उद्योग की कमर तोड़ दी.
ज्ञापन में परफ्यूम पार्क को उसके मूल प्रस्तावित 100 एकड़ क्षेत्रफल में लागू किया जाए. अंतरराष्ट्रीय स्तर की इत्र लैब, म्यूजियम, रिसर्च सेंटर व पुष्प उद्यान का तत्काल निर्माण शुरू हो. इत्र व्यापारियों को आगामी 10 वर्षों तक टैक्स छूट मिले. इत्र उद्योग को आंशिक या पूर्ण रूप से जीएसटी से मुक्त किया जाए.
इस मौके पर समाजवादी युवजन सभा के प्रदेश उपाध्यक्ष हसीब हसन, रामसेवक राजपूत, रामशंकर लोधी, हरिओम यादव, राजेश यादव,रजनीकांत यादव, हुकुम सिंह यादव,अंशू पाल जिलाध्यक्ष सलोवा, श्री कृष्ण यादव,वीरेंद कटियार, अख्तर खां, गुलामुद्दीन खान, रितेश कटियार, संजीत कटियार, शिवतैन रजा, विवेक पाल, नेम सिंह यादव, सूरवीर यादव, अनुराग यादव सहित अन्य कई सैंकड़ों लोग धरने में शामिल हुए.
झा
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