हमीरपुर, 02 सितम्बर (हि.सं.)। उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जिले के मौदहा कस्बे के बाहर कम्हरिया रोड स्थित मदरसा शेख अब्दुल कादिर जीलानी को प्रशासन ने जांच के बाद मंगलवार को बंद कर दिया। यह मदरसा पिछले तीन सालों से विवादों में घिरा हुआ था और लगातार जांच के दायरे में आ रहा था।
अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी हिमांशु अग्रवाल ने आदेश जारी करते हुए तीन दिन के भीतर सभी बच्चों को उनके घर भेजने को कहा था। आदेश का पालन करते हुए मदरसा संचालकों ने 31 अगस्त को ही सभी बच्चों को परिजनों के सुपुर्द कर दिया। इसके बाद सोमवार को अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी हिमांशु अग्रवाल और उपजिलाधिकारी कर्णवीर सिंह ने संयुक्त रूप से जांच की और मदरसे को सील कर दिया।
मंगलवार को नायब तहसीलदार महेंद्र गुप्ता व अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी ने पुनः ताला खुलवाकर मदरसे की आय-व्यय रसीदों व अभिलेखों की जांच की और कार्यालय को फिर से सील कर दिया। अधिकारियों का कहना है कि मदरसा बिना मान्यता के संचालित हो रहा था, इसीलिए इसे बंद किया गया है। वहीं मदरसा संचालक मौलाना मोहम्मद आसिम ने कहा कि उन्हें बदनाम करने की साजिश की जा रही है। उनके अनुसार नोटिस में 2 सितम्बर तक बच्चों को घर भेजने की समय सीमा दी गई थी, लेकिन उन्होंने 31 अगस्त को ही सभी बच्चों को भेज दिया था। उन्होंने आरोप लगाया कि जांच के दौरान बच्चों की गैरमौजूदगी को आधार बनाकर गलत प्रचार किया गया है। आसिम ने कहा कि अब वह न्यायालय का सहारा लेंगे।
—————
(Udaipur Kiran) / पंकज मिश्रा
You may also like
यूपीए सरकार जीएसटी लागू करने में असमर्थ रही : प्रह्लाद जोशी
एसी, टीवी, घरेलू उपकरणों पर जीएसटी दर में कटौती से उपभोग मांग में होगा सुधार : इंडस्ट्री लीडर्स
लव लेटर से लेकर लिरिक्स तक… इरशाद कामिल ने कलम के दम पर बनाई बॉलीवुड में खास जगह
जीएसटी में बदलाव देशवासियों के लिए मील का पत्थर साबित होगा: संतोष सिंह
रोज` खाली पेट सिर्फ 2 इलायची चबाने से शरीर को मिलते हैं चमत्कारी फायदे डॉक्टर भी रह जाएंगे हैरान