इंटरनेट डेस्क। दो महीन पूर्व अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप से यूक्रेन राष्ट्रपति जेलेंसकी के बीच बहस हुई थी और उन्हें व्हाइट हाउस छोड़ना पड़ा था। ऐसे में इन दोनों नेताओं के बीच हुई एक बड़ी डील चर्चा में है। जी हां खबरों की माने तो 1 मई को अमेरिका और यूक्रेन ने एक महत्वपूर्ण आर्थिक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। इस खनिज समझौते को यूएस-यूक्रेन रिकंस्ट्रक्शन इन्वेस्टमेंट फंड के तहत लागू किया जाएगा।
मीडिया रिपोटर्स की माने तो समझौते के जरिए अमेरिका को यूक्रेन के दुर्लभ खनिज संसाधनों तक पहुंच मिलेगी, जबकि यूक्रेन को अमेरिका से आर्थिक और पुनर्निर्माण सहायता प्राप्त होगी। यह डील रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की दबाव नीति और भू-राजनीतिक रणनीति का हिस्सा मानी जा रही है।
मीडिया रिपोटर्स की माने तो यूक्रेन के पास यूरोपीय संघ द्वारा घोषित 34 महत्वपूर्ण खनिजों में से 22 का भंडार है, जिनमें लिथियम, कोबाल्ट, और अन्य रेयर अर्थ मेटल्स शामिल हैं। ये खनिज आधुनिक तकनीकों जैसे इलेक्ट्रिक वाहन, सौर ऊर्जा, और कंप्यूटर चिप्स के लिए आवश्यक हैं। ट्रंप प्रशासन का मानना है कि यूक्रेन के खनिज भंडार अमेरिका को चीन पर निर्भरता कम करने में मदद कर सकते हैं।
pc-nytimes.com
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