इंटरनेट डेस्क। पाकिस्तान के साथ चल रही भारत की तनातनी और युद्ध की आशंकाओं के बीच प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पूर्व सैन्य प्रमुखों से मुलाकात की। बता दें कि पहलगाम अटैक के बाद भारत ने पाकिस्तान में ऑपरेशन सिंदूर को अंजाम दिया है। इसके बाद पाकिस्तान भारत पर लगातार ड्रोन और मिसाइल अटैक कर रहा है। वहीं पीएम के साथ हुई पूर्व सैन्य अधिकारियों की मीटिंग में सेना, नौसेना, वायुसेना के पूर्व प्रमुख शामिल थे। बैठक में प्रधानमंत्री मोदी ने इन पूर्व सैन्य प्रमुखों से पहलगाम आतंकी हमले से उपजे ताजा हालात पर विस्तार से चर्चा की।
माना जा रहा अहम
मीडिया रिपोटर्स की माने तो पूर्व सैन्य प्रमुखों के साथ प्रधानमंत्री मोदी की मुलाकात को काफी अहम माना जा रहा है। इन सैन्य प्रमुखों को समय-समय पर पाकिस्तान के साथ उपजे ऐसे हालातों और उससे निपटने के लिए उठाए गए कदमों का अनुभव है। वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, एनएसए अजीत डोभाल, सीडीएस और सभी सशस्त्र बलों के प्रमुखों के साथ बैठक की अध्यक्षता की।
अब भी आतंकियों का सहारा ले रहा पाकिस्तान
बता दें कि 1980 के दशक से पाकिस्तान लगातार भारत के साथ आतंकवाद के छद्म युद्ध का सहारा ले रहा है और ये सैन्य प्रमुख अपने करियर में पाकिस्तान पोषित सिख आतंकवाद से लेकर 1989 से कश्मीर में जारी इस्लामिक आतंकवाद का सामना कर चुके हैं, जिनमें 1999 के कारगिल युद्ध, 2001 का संसद पर आतंकी हमला, 2008 का मुंबई आतंकी हमला, 2016 का उरी आतंकी हमला और 2019 का पुलवामा आतंकी हमला शामिल है।
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