नई दिल्ली। पहलगाम आतंकी हमले को लेकर दिए गए अपने बयान के कारण रॉबर्ट वाड्रा मुश्किल में घिर सकते हैं। उनके खिलाफ इलाहाबाद हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की गई है। याचिका में कहा गया है कि वाड्रा ‘गजवा-ए-हिंद’ के लिए काम कर रहे हैं और उनके खिलाफ एसआईटी जांच की जानी चाहिए। हिंदू फ्रंट फॉर जस्टिस की तरफ से यह याचिका दायर की गई है। याचिकाकर्ता अधिवक्ता रंजना अग्निहोत्री का कहना है कि रॉबर्ट वाड्रा के भड़काऊ भाषण की वजह से हिंदुओं में डर है, जिसके लिए उनके खिलाफ धारा 152, 302 और 399 के तहत मामला दर्ज किया जाना चाहिए।
जस्टिस राजन राय और जस्टिस ओम प्रकाश शुक्ला की पीठ में रॉबर्ट वाड्रा के खिलाफ याचिका बुधवार को सूचीबद्ध थी, लेकिन किन्हीं कारणो के चलते सुनवाई नहीं हो सकी। अब इस याचिका पर कल यानी 2 मई को सुनवाई होगी। पहलगाम में हुए हमले के बाद कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी के पति रॉबर्ट वाड्रा ने कहा था कि देश में अल्पसंख्यकों को दरकिनार किया जा रहा है, वो असहज महसूस कर रहे हैं यही कारण है कि आतंकियों ने धर्म पूछकर लोगों को मारा। उन्होंने कहा कि यह प्रधानमंत्री के लिए एक संदेश है।
वाड्रा ने कहा था कि पूरे भारत में अल्पसंख्यकों के प्रति विभाजन, सांप्रदायिक मुद्दे और असुरक्षा की भावना है। उनको दबाया जा रहा है, उन्हें अपने घरों की छत पर नमाज पढ़ने की भी अनुमति नहीं है। मस्जिदों का सर्वे हो रहा है, बाबर और औरंगजेब को लेकर विवाद मचा हुआ है। सरकार हिंदुत्व की बात करती है और हिंदू-मुसलमान के बीच विभाजन पैदा हो गया है। वाड्रा यहीं नहीं रुके उन्होंने कहा कि अगर इसे रोका नहीं गया तो इस तरह के आतंकी हमले आगे भी होते रहेंगे। वाड्रा के इस बयान की काफी निंदा भी हुई थी। बीजेपी ने भी कांग्रेस को रॉबर्ट वाड्रा के बयान के लिए घेरा था।
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