News india live, Digital Desk: महिलाओं की बच्चेदानी (यूट्रस) वह महत्वपूर्ण अंग है जिसमें शिशु का विकास होता है। इस अंग में कई बार गांठ बन जाती है, जिसे मेडिकल भाषा में फाइब्रॉयड ट्यूमर कहा जाता है। यह ट्यूमर यूट्रस की कोशिकाओं के अनियंत्रित वृद्धि के कारण बनता है। फाइब्रॉयड ट्यूमर आमतौर पर कैंसरकारी नहीं होता और न ही यह कैंसर में परिवर्तित होता है। फिर भी इसकी मौजूदगी महिलाओं की दिनचर्या को मुश्किल बना सकती है।
फाइब्रॉयड ट्यूमर की शुरुआती स्टेज में पहचान बेहद फायदेमंद होती है। इसका निदान अल्ट्रासाउंड से आसानी से किया जा सकता है। हालांकि, कुछ लक्षणों को पहचानकर घर पर भी इसे पहचान सकते हैं।
फाइब्रॉयड ट्यूमर के प्रमुख लक्षण:
- पीरियड्स के दौरान अत्यधिक दर्द
- हैवी पीरियड ब्लीडिंग
- पेल्विक क्षेत्र में लगातार दर्द
- बार-बार पेशाब आना
- पेशाब के दौरान जलन या दर्द
- अचानक तेज दर्द के झटके
- शरीर में खून की कमी (एनीमिया)
- अत्यधिक थकान
पेट में नजर आने वाले लक्षण:
बच्चेदानी में फाइब्रॉयड होने पर पेट का आकार सामान्य से बड़ा दिख सकता है, कभी-कभी यह गर्भावस्था जैसा भी नजर आता है। इसके अलावा:
- लगातार कब्ज की शिकायत
- पेट साफ न होने का एहसास
- पेट में तेज दर्द
किस उम्र की महिलाओं को ज्यादा खतरा:
क्लीवलैंड क्लिनिक के अनुसार, 30 से 50 वर्ष की उम्र की महिलाओं में फाइब्रॉयड की संभावना अधिक होती है। इस आयु वर्ग की लगभग 40% से 80% महिलाएं फाइब्रॉयड ट्यूमर से प्रभावित हो सकती हैं।
डॉक्टर से कब संपर्क करें:
यदि ऊपर बताए गए लक्षण जैसे हैवी ब्लीडिंग और तीव्र पेल्विक दर्द महसूस हो रहा है, तो इसे नजरअंदाज न करें। तुरंत डॉक्टर से सलाह लेना महत्वपूर्ण है।
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