नई दिल्ली: भारत पाकिस्तान के साथ किसी तरह की नरमी बरतने के मूड में नहीं है। उसने इसके संकेत दे दिए हैं। भारत ने पाकिस्तान की एयरलाइनों और विमानों के लिए अपने हवाई क्षेत्र को बंद करने की अवधि 24 सितंबर तक बढ़ा दी है। यह फैसला भारत के विमानन अधिकारियों की ओर से जारी एक नए NOTAM (नोटिस टू एयरमेन) के अनुसार लिया गया है। पाकिस्तान ने भी ऐसा ही कदम उठाते हुए भारतीय विमानों के लिए अपने हवाई क्षेत्र को उसी अवधि तक बंद रखने का फैसला किया है। इस वजह से दोनों देशों के बीच हवाई क्षेत्र का बंद होना पांचवें महीने में प्रवेश कर गया है।
अप्रैल में पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के रिश्तों में खटास आ गई थी। इसके बाद पाकिस्तान ने 24 अप्रैल को अपने हवाई क्षेत्र को बंद कर दिया था। भारत ने भी 30 अप्रैल को जवाबी कार्रवाई करते हुए अपने हवाई क्षेत्र को पाकिस्तानी विमानों के लिए बंद कर दिया था। तब से दोनों देश हर महीने NOTAM जारी करके इस प्रतिबंध को बढ़ाते आ रहे हैं।
भारत और पाकिस्तान ने एक-दूसरे की एयरलाइनों और विमानों पर भले प्रतिबंध लगाया है। लेकिन, उनके हवाई क्षेत्र अन्य देशों की एयरलाइनों और विमानों के लिए खुले हैं। पाकिस्तान ने अपना ताजा NOTAM 20 अगस्त को जारी किया था। इसके बाद भारत ने भी अपने हवाई क्षेत्र को बंद रखने का फैसला किया। भारत का नया NOTAM पिछले नोटिसों के समान है, सिवाय इसके कि हवाई क्षेत्र को बंद करने की अवधि बदल दी गई है।
भारत को हो रहा ज्यादा नुकसानभारत और पाकिस्तान के बीच हवाई क्षेत्र को बंद करने का असर भारतीय एयरलाइनों पर ज्यादा पड़ा है। पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस (PIA) की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उपस्थिति बहुत कम है। लिहाजा, उसे ज्यादा नुकसान नहीं हुआ है।
भारतीय एयरलाइनों को अब लंबे मार्गों से उड़ान भरनी पड़ रही है। इससे उनकी परिचालन लागत बढ़ गई है। उदाहरण के लिए दिल्ली से लंदन जाने वाली उड़ान को अब लगभग दो घंटे ज्यादा समय लग रहा है। इससे ईंधन की खपत भी बढ़ गई है। इंडिगो एयरलाइन को दिल्ली से अल्माटी और ताशकंद के लिए अपनी उड़ानें रद्द करनी पड़ी हैं। कारण है कि ये मार्ग अब उसके विमानों की परिचालन सीमा से बाहर हैं।
एयर इंडिया को अनुमान है कि पाकिस्तानी हवाई क्षेत्र को बंद करने से उसे सालाना लगभग 60 करोड़ डॉलर का नुकसान होगा। जब 2019 में पाकिस्तान ने अपने हवाई क्षेत्र को चार महीने से ज्यादा समय तक बंद रखा था तो भारतीय एयरलाइनों को सामूहिक रूप से लगभग 700 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ था।
कब तक बंद रहेगा एयरस्पेस?भारत और पाकिस्तान के बीच हवाई क्षेत्र को बंद करने से यात्रियों को भी परेशानी हो रही है। उड़ानें लंबी हो गई हैं, और कुछ उड़ानें रद्द भी हो गई हैं। भारत 24 सितंबर को सुबह 5:29 बजे तक पाकिस्तानी एयरलाइनों और विमानों के लिए अपने हवाई क्षेत्र को बंद रखेगा। पाकिस्तान के ताजा NOTAM में भी यही समय सीमा है। पाकिस्तान का हवाई क्षेत्र उपलब्ध नहीं होने के कारण भारतीय एयरलाइनों की लगभग 800 साप्ताहिक उड़ानें प्रभावित हुई हैं। इन उड़ानों को अब लंबे मार्गों से जाना पड़ता है। ये आमतौर पर उत्तरी भारत से पश्चिम एशिया, काकेशस, यूरोप, ब्रिटेन और पूर्वी उत्तरी अमेरिका जैसे गंतव्यों तक जाती हैं।
अप्रैल में पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के रिश्तों में खटास आ गई थी। इसके बाद पाकिस्तान ने 24 अप्रैल को अपने हवाई क्षेत्र को बंद कर दिया था। भारत ने भी 30 अप्रैल को जवाबी कार्रवाई करते हुए अपने हवाई क्षेत्र को पाकिस्तानी विमानों के लिए बंद कर दिया था। तब से दोनों देश हर महीने NOTAM जारी करके इस प्रतिबंध को बढ़ाते आ रहे हैं।
भारत और पाकिस्तान ने एक-दूसरे की एयरलाइनों और विमानों पर भले प्रतिबंध लगाया है। लेकिन, उनके हवाई क्षेत्र अन्य देशों की एयरलाइनों और विमानों के लिए खुले हैं। पाकिस्तान ने अपना ताजा NOTAM 20 अगस्त को जारी किया था। इसके बाद भारत ने भी अपने हवाई क्षेत्र को बंद रखने का फैसला किया। भारत का नया NOTAM पिछले नोटिसों के समान है, सिवाय इसके कि हवाई क्षेत्र को बंद करने की अवधि बदल दी गई है।
भारत को हो रहा ज्यादा नुकसानभारत और पाकिस्तान के बीच हवाई क्षेत्र को बंद करने का असर भारतीय एयरलाइनों पर ज्यादा पड़ा है। पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस (PIA) की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उपस्थिति बहुत कम है। लिहाजा, उसे ज्यादा नुकसान नहीं हुआ है।
भारतीय एयरलाइनों को अब लंबे मार्गों से उड़ान भरनी पड़ रही है। इससे उनकी परिचालन लागत बढ़ गई है। उदाहरण के लिए दिल्ली से लंदन जाने वाली उड़ान को अब लगभग दो घंटे ज्यादा समय लग रहा है। इससे ईंधन की खपत भी बढ़ गई है। इंडिगो एयरलाइन को दिल्ली से अल्माटी और ताशकंद के लिए अपनी उड़ानें रद्द करनी पड़ी हैं। कारण है कि ये मार्ग अब उसके विमानों की परिचालन सीमा से बाहर हैं।
एयर इंडिया को अनुमान है कि पाकिस्तानी हवाई क्षेत्र को बंद करने से उसे सालाना लगभग 60 करोड़ डॉलर का नुकसान होगा। जब 2019 में पाकिस्तान ने अपने हवाई क्षेत्र को चार महीने से ज्यादा समय तक बंद रखा था तो भारतीय एयरलाइनों को सामूहिक रूप से लगभग 700 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ था।
कब तक बंद रहेगा एयरस्पेस?भारत और पाकिस्तान के बीच हवाई क्षेत्र को बंद करने से यात्रियों को भी परेशानी हो रही है। उड़ानें लंबी हो गई हैं, और कुछ उड़ानें रद्द भी हो गई हैं। भारत 24 सितंबर को सुबह 5:29 बजे तक पाकिस्तानी एयरलाइनों और विमानों के लिए अपने हवाई क्षेत्र को बंद रखेगा। पाकिस्तान के ताजा NOTAM में भी यही समय सीमा है। पाकिस्तान का हवाई क्षेत्र उपलब्ध नहीं होने के कारण भारतीय एयरलाइनों की लगभग 800 साप्ताहिक उड़ानें प्रभावित हुई हैं। इन उड़ानों को अब लंबे मार्गों से जाना पड़ता है। ये आमतौर पर उत्तरी भारत से पश्चिम एशिया, काकेशस, यूरोप, ब्रिटेन और पूर्वी उत्तरी अमेरिका जैसे गंतव्यों तक जाती हैं।
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