झुं झुनूं: राजस्थान में सोमवार को 222 अफसरों का तबादला हुआ लेकिन इन सबके बीच शेखावाटी अंचल के झुंझुनूं जिले के प्रशासनिक बदलाव ने सबका ध्यान खींच लिया है। राजस्थान कार्मिक विभाग की नई तबादला सूची में झुंझुनूं जिला सबसे ज्यादा सुर्खियों में है। कारण भी खास है कि जिले के एसपी और युवा आईपीएस बृजेश उपाध्याय की पत्नी और उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की अफसर सृष्टि को झुंझुनूं में ही स्पेशल पोस्टिंग दी गई है।
यूपी से राजस्थान तक, सृष्टि की खास एंट्रीउत्तर प्रदेश पब्लिक सर्विस कमीशन (यूपीपीसीएस) से चयनित सृष्टि बीते चार महीने से एपीओ थीं। अब उन्हें विशेष पोस्ट तैयार कर सहायक निदेशक, लोक सेवा प्रशासनिक सुधार एवं समन्वय विभाग, झुंझुनूं का जिम्मा सौंपा गया है। सूत्रों के मुताबिक, यह पोस्टिंग उन्हें विशेष स्वीकृति के तहत दी गई है। दरअसल, सृष्टि की राजस्थान एंट्री तब शुरू हुई जब उनके पति बृजेश उपाध्याय करौली में एसपी के रूप में पदस्थापित थे।
इसी दौरान सृष्टि ने डेपुटेशन प्रक्रिया के तहत आवेदन किया था। इसी बीच वे यूपी लोक सेवा आयोग की ओर से उत्तर प्रदेश में एपीओ चल रही थी। अब राज्यपाल की आज्ञा से और प्रक्रिया पूरी होने के बाद उन्हें अब झुंझुनूं जिले में अहम भूमिका दी गई है। ऐसे में तबादलों में झुंझुनूं जिले के बड़ी खास बात यही रही कि उत्तर प्रदेश पब्लिक सर्विस कमीशन (यूपीपीसीएस) की अफसर सृष्टि को भी राजस्थान के झुंझुनूं में विशेष स्वीकृति पर पदस्थापित किया गया है।
झुंझुनूं जिले में विशेष पद के साथ विशेष पोस्टिंगबताते चले कि उत्तर प्रदेश की रहने वाली सृष्टि यूपी सिविल सर्विसेज की अधिकारी हैं। वे बीते चार महीने से एपीओ चल रही थीं। सोमवार को जारी 222 अफसरों की सूची के अंत में विशेष रूप से उल्लेखित करते हुए लिखा गया है कि यूपीपीसीएस की अफसर सृष्टि को झुंझुनूं जिला मुख्यालय पर सहायक निदेशक, लोक सेवा प्रशासनिक सुधार एवं समन्वय विभाग का जिम्मा दिया गया है। प्रशासिनक हलकों से लेकर आम व खास में चौकान्ने और सबका ध्यान अपनी खींचने वाला रहा क्योंकि वे उत्तरप्रदेश सेवा की अधिकारी है और उन्हें राजस्थान में भी राजधानी की बजाय झुंझुनूं जिले में विशेष पद के साथ पोस्टिंग दी गई है जो झुंझुनूं जिले में संभवत पहली बार पद होगा।
अब राजस्थान कैडर में समायोजित
बताया जा रहा है यूपीपीसीएस अफसर सृष्टि राजस्थान में तब आईं जब उनके पति और आईपीएस अधिकारी बृजेश ज्योति उपाध्याय करौली जिले में पुलिस अधीक्षक के पद पर कार्यरत थे। उसी दौरान सृष्टि के राजस्थान में डेपुटेशन की प्रक्रिया शुरू हुई थी लेकिन अब जाकर सेवा नियमों के मुताबिक आवेदन को स्वीकृति मिल गई और उन्हें राजस्थान कैडर में समायोजित कर दिया गया।
सियासत और प्रशासन दोनों में हलचल
झुंझुनूं जिले में इन तबादलों को लेकर चर्चाओं का दौर तेज है। सृष्टि की पोस्टिंग को कई लोग "वीआईपी एंट्री" के रूप में देख रहे हैं। झुंझुनूं जिले के खास बात होगी जब दो युवा अधिकारियों को सेवा झुंझुनूं जिले के लोगो को मिलेगी। यहां खास बात यह भी है कि झुंझुनूं एसपी पोस्ट पर भी लंबे समय बाद फ्रेश आईपीएस को तैनात किया गया है वर्ना अब तक प्रमोटी आईपीएस को झुंझुनूं एसपी पद लगाया जाता रहा हैं। प्रशासनिक हलचलों के इस दौर ने जिले की राजनीतिक गलियारों में भी नई हलचल पैदा कर दी है।
झुंझुनूं जिला परिषद को मिला नया कप्तान
पूर्व अधिकारी का राजनैतिक खींचतान के बाद ट्रांसफर होने जाने के बाद लंबे समय से खाली चल रहे झुंझुनूं जिला परिषद सीईओ का पद अब भर गया है। वरिष्ठ आरएएस अधिकारी कैलाशचंद्र यादव को इस पद की कमान सौंपी गई है। यादव पहले संस्कृत शिक्षा विभाग, जयपुर में संयुक्त शासन सचिव थे। खास बात यह है कि वे 2008-09 में उदयपुरवाटी के एसडीएम रह चुके हैं, यानी जिले की नब्ज को अच्छी तरह समझते हैं। इधर, जिला परिषद सीईओं पोस्ट पर भी कैलाश यादव की नियुक्ति से जिला परिषद को एक अनुभवी नेतृत्व मिलने की उम्मीद जताई जा रही है।
मलसीसर और नवलगढ़ एसडीएम की कुर्सियां भी बदलीं
प्रशासनिक फेरबदल में मलसीसर और नवलगढ़ उपखंडों की कुर्सियां भी हिल गईं। मलसीसर एसडीएम पंकज शर्मा का तबादला बीकानेर के पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान विश्वविद्यालय में रजिस्ट्रार के पद पर कर दिया गया। उनकी जगह सुमन देवी (द्वितीय) को मलसीसर का नया एसडीएम बनाया गया है। सुमन देवी का हाल ही में रामसर, बाड़मेर तबादला हुआ था, लेकिन अब उन्हें फिर झुंझुनूं बुला लिया गया है।
वकीलों ने नवलगढ़ एसडीएम के तबादलों पर जताई खुशी
वहीं, नवलगढ़ एसडीएम सुनिल कुमार झिंगोनिया, जो हाल ही में वकीलों से विवाद के बाद लंबी छुट्टी पर चले गए थे, उनका तबादला जसवंतपुरा (जालौर) कर दिया गया। अब उनकी जगह कुलदीप सिंह शेखावत, जो रूपनगढ़ (अजमेर) में एसडीएम थे, नवलगढ़ की जिम्मेदारी संभालेंगे।, इधर नवलगढ़ में मौजूदा एसडीएम सुनिल कुमार के तबादलें की खबर पर नवलगढ़ के वकीलों ने खुशी जताई है और कह रहे हंै कि अधिवक्ताओं का अपमान करने वाले अधिकारी को चलता करके सरकार ने वकीलों का सम्मान किया हैं और एसडीएम का तबादला उनके आंदोलन की जीत हैं।
यूपी से राजस्थान तक, सृष्टि की खास एंट्रीउत्तर प्रदेश पब्लिक सर्विस कमीशन (यूपीपीसीएस) से चयनित सृष्टि बीते चार महीने से एपीओ थीं। अब उन्हें विशेष पोस्ट तैयार कर सहायक निदेशक, लोक सेवा प्रशासनिक सुधार एवं समन्वय विभाग, झुंझुनूं का जिम्मा सौंपा गया है। सूत्रों के मुताबिक, यह पोस्टिंग उन्हें विशेष स्वीकृति के तहत दी गई है। दरअसल, सृष्टि की राजस्थान एंट्री तब शुरू हुई जब उनके पति बृजेश उपाध्याय करौली में एसपी के रूप में पदस्थापित थे।
इसी दौरान सृष्टि ने डेपुटेशन प्रक्रिया के तहत आवेदन किया था। इसी बीच वे यूपी लोक सेवा आयोग की ओर से उत्तर प्रदेश में एपीओ चल रही थी। अब राज्यपाल की आज्ञा से और प्रक्रिया पूरी होने के बाद उन्हें अब झुंझुनूं जिले में अहम भूमिका दी गई है। ऐसे में तबादलों में झुंझुनूं जिले के बड़ी खास बात यही रही कि उत्तर प्रदेश पब्लिक सर्विस कमीशन (यूपीपीसीएस) की अफसर सृष्टि को भी राजस्थान के झुंझुनूं में विशेष स्वीकृति पर पदस्थापित किया गया है।
झुंझुनूं जिले में विशेष पद के साथ विशेष पोस्टिंगबताते चले कि उत्तर प्रदेश की रहने वाली सृष्टि यूपी सिविल सर्विसेज की अधिकारी हैं। वे बीते चार महीने से एपीओ चल रही थीं। सोमवार को जारी 222 अफसरों की सूची के अंत में विशेष रूप से उल्लेखित करते हुए लिखा गया है कि यूपीपीसीएस की अफसर सृष्टि को झुंझुनूं जिला मुख्यालय पर सहायक निदेशक, लोक सेवा प्रशासनिक सुधार एवं समन्वय विभाग का जिम्मा दिया गया है। प्रशासिनक हलकों से लेकर आम व खास में चौकान्ने और सबका ध्यान अपनी खींचने वाला रहा क्योंकि वे उत्तरप्रदेश सेवा की अधिकारी है और उन्हें राजस्थान में भी राजधानी की बजाय झुंझुनूं जिले में विशेष पद के साथ पोस्टिंग दी गई है जो झुंझुनूं जिले में संभवत पहली बार पद होगा।
अब राजस्थान कैडर में समायोजित
बताया जा रहा है यूपीपीसीएस अफसर सृष्टि राजस्थान में तब आईं जब उनके पति और आईपीएस अधिकारी बृजेश ज्योति उपाध्याय करौली जिले में पुलिस अधीक्षक के पद पर कार्यरत थे। उसी दौरान सृष्टि के राजस्थान में डेपुटेशन की प्रक्रिया शुरू हुई थी लेकिन अब जाकर सेवा नियमों के मुताबिक आवेदन को स्वीकृति मिल गई और उन्हें राजस्थान कैडर में समायोजित कर दिया गया।
सियासत और प्रशासन दोनों में हलचल
झुंझुनूं जिले में इन तबादलों को लेकर चर्चाओं का दौर तेज है। सृष्टि की पोस्टिंग को कई लोग "वीआईपी एंट्री" के रूप में देख रहे हैं। झुंझुनूं जिले के खास बात होगी जब दो युवा अधिकारियों को सेवा झुंझुनूं जिले के लोगो को मिलेगी। यहां खास बात यह भी है कि झुंझुनूं एसपी पोस्ट पर भी लंबे समय बाद फ्रेश आईपीएस को तैनात किया गया है वर्ना अब तक प्रमोटी आईपीएस को झुंझुनूं एसपी पद लगाया जाता रहा हैं। प्रशासनिक हलचलों के इस दौर ने जिले की राजनीतिक गलियारों में भी नई हलचल पैदा कर दी है।
झुंझुनूं जिला परिषद को मिला नया कप्तान
पूर्व अधिकारी का राजनैतिक खींचतान के बाद ट्रांसफर होने जाने के बाद लंबे समय से खाली चल रहे झुंझुनूं जिला परिषद सीईओ का पद अब भर गया है। वरिष्ठ आरएएस अधिकारी कैलाशचंद्र यादव को इस पद की कमान सौंपी गई है। यादव पहले संस्कृत शिक्षा विभाग, जयपुर में संयुक्त शासन सचिव थे। खास बात यह है कि वे 2008-09 में उदयपुरवाटी के एसडीएम रह चुके हैं, यानी जिले की नब्ज को अच्छी तरह समझते हैं। इधर, जिला परिषद सीईओं पोस्ट पर भी कैलाश यादव की नियुक्ति से जिला परिषद को एक अनुभवी नेतृत्व मिलने की उम्मीद जताई जा रही है।
मलसीसर और नवलगढ़ एसडीएम की कुर्सियां भी बदलीं
प्रशासनिक फेरबदल में मलसीसर और नवलगढ़ उपखंडों की कुर्सियां भी हिल गईं। मलसीसर एसडीएम पंकज शर्मा का तबादला बीकानेर के पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान विश्वविद्यालय में रजिस्ट्रार के पद पर कर दिया गया। उनकी जगह सुमन देवी (द्वितीय) को मलसीसर का नया एसडीएम बनाया गया है। सुमन देवी का हाल ही में रामसर, बाड़मेर तबादला हुआ था, लेकिन अब उन्हें फिर झुंझुनूं बुला लिया गया है।
वकीलों ने नवलगढ़ एसडीएम के तबादलों पर जताई खुशी
वहीं, नवलगढ़ एसडीएम सुनिल कुमार झिंगोनिया, जो हाल ही में वकीलों से विवाद के बाद लंबी छुट्टी पर चले गए थे, उनका तबादला जसवंतपुरा (जालौर) कर दिया गया। अब उनकी जगह कुलदीप सिंह शेखावत, जो रूपनगढ़ (अजमेर) में एसडीएम थे, नवलगढ़ की जिम्मेदारी संभालेंगे।, इधर नवलगढ़ में मौजूदा एसडीएम सुनिल कुमार के तबादलें की खबर पर नवलगढ़ के वकीलों ने खुशी जताई है और कह रहे हंै कि अधिवक्ताओं का अपमान करने वाले अधिकारी को चलता करके सरकार ने वकीलों का सम्मान किया हैं और एसडीएम का तबादला उनके आंदोलन की जीत हैं।
You may also like
बॉलीवुड की वो एक्ट्रेसेस जिन्होंने मां बनने का सुख नहीं पाया
वनडे रैंकिंग में भारत का दबदबा, हार के बाद भी टॉप पर स्मृति मंधाना, खेली थी शानदार पारी
पहलगाम अटैक पीड़ित परिवार का संदेश, खेल और आतंकवाद दोनों अलग-अलग
मद्रास उच्च न्यायालय ने दिव्यांगजन सुलभता मानक को लेकर चुनाव आयोग से मांगा स्पष्टीकरण
17 सितंबर : जब कोरिया ओपन सुपर सीरीज में पीवी सिंधु ने रचा इतिहास