रामबाबू मित्तल, मुरादाबाद: उत्तर रेलवे के मुरादाबाद मंडल में लगातार दो दिनों तक चलती ट्रेनों पर बोतल बम फेंककर उन्हें नुकसान पहुंचाने की कोशिश करने वाले अभियुक्त को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी की पहचान दीपू सैनी (22 वर्ष), पुत्र प्रेम सैनी निवासी चक्कर की मिलक, सावला साहब की जियारत, थाना सिविल लाइन, मुरादाबाद के रूप में हुई है।
रेलवे सुरक्षा बल (RPF) और जीआरपी की संयुक्त गश्ती टीम ने आज सुबह लोकोशेड पुल की सीढ़ियों से उतरते समय आरोपी को दबोच लिया। उसके पास से एक बीयर की बोतल, जिसमें पेट्रोल भरा था, एक माचिस, M-SEAL (बोतल सील करने हेतु), और ₹560 नगद बरामद किए गए।
दो दिन पहले हुई थी दो गंभीर घटनाएं
दिनांक 31 जुलाई 2025 को ट्रेन संख्या 15060 लाल कुआँ एक्सप्रेस और 1 अगस्त 2025 को ट्रेन संख्या 14009 चंपारण सत्याग्रह एक्सप्रेस को मुरादाबाद रेलवे स्टेशन के आउटर पर ज्वलनशील पदार्थ से भरी बोतलें फेंककर नुकसान पहुँचाने की कोशिश की गई थी।
दोनों घटनाओं को लेकर आरपीएफ मुरादाबाद में अलग-अलग मुकदमे धारा 153 रेलवे एक्ट के अंतर्गत अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ दर्ज किए गए थे। पुलिस उपाधीक्षक श्री अनिल कुमार वर्मा, प्रभारी निरीक्षक श्री रविन्द्र कुमार वशिष्ठ और निरीक्षक सुरेंद्र कुमार के नेतृत्व में गठित टीम ने इन मामलों की जांच तेज की और आज आरोपी को धर दबोचा।
अभियुक्त ने कबूला जुर्म
पूछताछ में दीपू सैनी ने स्वीकार किया कि वह स्टेशन आउटर पर झाड़ियों में छिपकर ट्रेनों के गुजरने का इंतजार करता था, फिर ज्वलनशील पेट्रोल से भरी बोतल में आग लगाकर चलती ट्रेन पर फेंकता था। दीपू ने ये भी बताया कि, कुछ समय पहले उसके भाई की मौत कुछ लोगों की वजह से हुई और अब वह उसका किसी भी तरह से "बदला" लेना चाहता था।
इसीलिए वह ट्रेनों पर पेट्रोल बम फेंककर वह उन्हें नुकसान पहुंचाने की कोशिश कर रहा था। वही दीपू की गिरफ़्तारी के साथ ही तीन बड़ी घटनाओं की गुत्थी भी सुलझ गई है। पुलिस अब यह भी जांच कर रही है कि दीपू अकेले काम कर रहा था या उसके साथ कोई और भी शामिल है।
रेलवे सुरक्षा बल (RPF) और जीआरपी की संयुक्त गश्ती टीम ने आज सुबह लोकोशेड पुल की सीढ़ियों से उतरते समय आरोपी को दबोच लिया। उसके पास से एक बीयर की बोतल, जिसमें पेट्रोल भरा था, एक माचिस, M-SEAL (बोतल सील करने हेतु), और ₹560 नगद बरामद किए गए।
दो दिन पहले हुई थी दो गंभीर घटनाएं
दिनांक 31 जुलाई 2025 को ट्रेन संख्या 15060 लाल कुआँ एक्सप्रेस और 1 अगस्त 2025 को ट्रेन संख्या 14009 चंपारण सत्याग्रह एक्सप्रेस को मुरादाबाद रेलवे स्टेशन के आउटर पर ज्वलनशील पदार्थ से भरी बोतलें फेंककर नुकसान पहुँचाने की कोशिश की गई थी।
दोनों घटनाओं को लेकर आरपीएफ मुरादाबाद में अलग-अलग मुकदमे धारा 153 रेलवे एक्ट के अंतर्गत अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ दर्ज किए गए थे। पुलिस उपाधीक्षक श्री अनिल कुमार वर्मा, प्रभारी निरीक्षक श्री रविन्द्र कुमार वशिष्ठ और निरीक्षक सुरेंद्र कुमार के नेतृत्व में गठित टीम ने इन मामलों की जांच तेज की और आज आरोपी को धर दबोचा।
अभियुक्त ने कबूला जुर्म
पूछताछ में दीपू सैनी ने स्वीकार किया कि वह स्टेशन आउटर पर झाड़ियों में छिपकर ट्रेनों के गुजरने का इंतजार करता था, फिर ज्वलनशील पेट्रोल से भरी बोतल में आग लगाकर चलती ट्रेन पर फेंकता था। दीपू ने ये भी बताया कि, कुछ समय पहले उसके भाई की मौत कुछ लोगों की वजह से हुई और अब वह उसका किसी भी तरह से "बदला" लेना चाहता था।
इसीलिए वह ट्रेनों पर पेट्रोल बम फेंककर वह उन्हें नुकसान पहुंचाने की कोशिश कर रहा था। वही दीपू की गिरफ़्तारी के साथ ही तीन बड़ी घटनाओं की गुत्थी भी सुलझ गई है। पुलिस अब यह भी जांच कर रही है कि दीपू अकेले काम कर रहा था या उसके साथ कोई और भी शामिल है।
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