लखनऊ: दिवाली की छुट्टियों पर घर आए ब्रह्मोस मिसाइल के सिस्टम इंजीनियर आकाशदीप गुप्ता की मंगलवार देर रात मौत हो गई। 30 साल के आकाशदीप दिल्ली में डीआरडीओ में कार्यरत थे। वह अपनी पत्नी के साथ लखनऊ के आलमबाग स्थित अपने घर आए थे। वह पिछले सात साल से ब्रह्मोस मिसाइल मिशन से जुड़े हुए थे। वह देश की सुरक्षा से जुड़े अति संवेदनशील मिशन पर काम कर रहे थे, इसलिए पुलिस उनकी अचानक हुई मौत को संदिग्ध मान रही है।
आकाशदीप के परिवार का कहना है कि मंगलवार रात सबने साथ में खाना खाया। इसके बाद आकाशदीप अपनी पत्नी के साथ अपने कमरे में चले गए। वहां से वह बाथरूम में गए। अचानक बाथरूम के अंदर से उनके गिरने की आवाज आई। आवाज सुनकर सभी लोगों ने अंदर जाकर देखा तो वह जमीन पर पड़े हुए थे।
उन्हें जल्दी-जल्दी लोकबंधु अस्पताल पहुंचाया गया। जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। आशंका जताई जा रही है कि उन्हें हार्ट अटैक आया होगा। पुलिस का कहना है कि मौत की असल वजह तो पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में ही पता चल पाएगी।
परिवार ने उनकी असामयिक मौत की जानकारी उनके ऑफिस में दे दी है। आकाशदीप की पत्नी दिल्ली में ही केनरा बैंक में काम करती हैं। दोनों वही रहते थे। आकाशदीप के पिता ने बताया कि वह बीटेक गोल्ड मेडलिस्ट थे। पिता होमगार्ड विभाग से हाल ही में रिटायर हुए हैं। होनहार बेटे की मौत से वह टूट गए हैं।
आकाशदीप के परिवार का कहना है कि मंगलवार रात सबने साथ में खाना खाया। इसके बाद आकाशदीप अपनी पत्नी के साथ अपने कमरे में चले गए। वहां से वह बाथरूम में गए। अचानक बाथरूम के अंदर से उनके गिरने की आवाज आई। आवाज सुनकर सभी लोगों ने अंदर जाकर देखा तो वह जमीन पर पड़े हुए थे।
उन्हें जल्दी-जल्दी लोकबंधु अस्पताल पहुंचाया गया। जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। आशंका जताई जा रही है कि उन्हें हार्ट अटैक आया होगा। पुलिस का कहना है कि मौत की असल वजह तो पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में ही पता चल पाएगी।
परिवार ने उनकी असामयिक मौत की जानकारी उनके ऑफिस में दे दी है। आकाशदीप की पत्नी दिल्ली में ही केनरा बैंक में काम करती हैं। दोनों वही रहते थे। आकाशदीप के पिता ने बताया कि वह बीटेक गोल्ड मेडलिस्ट थे। पिता होमगार्ड विभाग से हाल ही में रिटायर हुए हैं। होनहार बेटे की मौत से वह टूट गए हैं।
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