डॉ. ममता कोठीवाला, ईएनटी स्पेशलिस्ट, रुंगटा हॉस्पिटल, जयपुर के अनुसार,ईयर वैक्स कान के लिए सुरक्षा कवच की तरह काम करता है। यह कान में छोटे-छोटे कीड़े या धूल-मिट्टी को अंदर जाने से रोकता है। सबसे बड़ी बात यह कान के पर्दे को इन्फेक्शन से बचाता है। डॉक्टर ने बताया कि ईयर वैक्स को रोजाना साफ करने की जरूरत नहीं होती। यह नेचुरली अपने आप बाहर आ जाता है।
डॉक्टर के अनुसार, जब हम इसे कॉटन बड, हेयरपिन या नुकीली चीजों से साफ करते हैं तो वैक्स और अंदर चला जाता है और वहीं फंस जाता है। इससे कान बंद हो सकता है, दर्द हो सकता है और कभी-कभी सुनने में दिक्कत भी होती है। डॉक्टर ने बताया है कि ईयर वैक्स कब खतरे की घंटी बनता है और इसे अप कैसे साफ कर सकते हैं।
ईयर बड या अन्य चीजों से सफाई क्यों खतरनाक है?

डॉक्टर ने बताया कि ईयर बड का सिरा मोटा होता है, जिससे मैल बाहर आने के बजाय और अंदर धकेल दिया जाता है। इससे कान में दर्द, संक्रमण या फंगल इंफेक्शन हो सकता है। ऐसा करने से कई बार कान के पर्दे में चोट या छेद हो सकता है। इतना ही नहीं, अगर छेद बड़ा हो जाए तो सुनने की क्षमता भी कम हो सकती है। डॉक्टर ने बताया कि कभी भी कान को कॉटन बड, हेयरपिन, सेफ्टी पिन, नेल्स या टूथपिक से साफ न करें।
ईयर कैंडलिंग से बचें
आजकल कान साफ करने के लिए ईयर कैंडलिंग का चलन बढ़ गया है। लेकिन यह न तो सेफ है और न ही वैज्ञानिक रूप से सही साबित हुआ है। इससे फायदा नहीं बल्कि नुकसान हो सकता है।
कान का मैल कैसे साफ करें?
ज्यादा वैक्स बनने पर क्या करें?
कुछ लोगों में वैक्स बहुत जल्दी और ज्यादा बनता है इसलिए उन्हें साल में 3-4 बार कान के डॉक्टर से सफाई करवानी पड़ती है। जबकि कई लोगों को कभी भी सफाई की जरूरत नहीं पड़ती। ध्यान रहे कि वैक्स को रोकने या कम करने का कोई स्थायी तरीका नहीं है। इसके अलावा खुद से ड्रॉप्स डालना या दवा लेना खतरनाक हो सकता है। हालांकि जब यह वैक्स ज्यादा जमा हो जाती है और इससे दबाव, सुनने में कमी या दर्द हो सकता है।
वैक्स को कम करने और कान को स्वस्थ रखने के लिए क्या करें

डॉक्टर ने बताया कि स्वस्थ खानपान से मदद मिल सकती है। आप अपनी डाइट में ताजे फल और सब्जियां शामिल करें। खाने में ओमेगा-3 वाली चीजें जैसे मछली, अखरोट, अलसी के बीज लें। पैकेज्ड और प्रोसेस्ड फूड कम खाएं। इससे कान का स्वास्थ्य बेहतर रहता है और समस्या कम हो सकती है।
ENT डॉक्टर को कब दिखाना चाहिए?

अगर आपको इनमें से कोई भी लक्षण दिखे तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। कान में अचानक दर्द होना, सुनाई देना कम होना, कान साफ कराने के बाद भी सुनने में दिक्कत होना, कान से खून या पीला तरल निकलना। इसके अलावा कान में झनझनाहट या घंटी जैसी आवाज आना।
ईयर वैक्स निकालने के लिए क्या करें?

डॉक्टर ने बताया कि ईयर वैक्स निकालने के लिए हमेशा ENT स्पेशलिस्ट से मिलना चाहिए। वो इसे निकालने के लिए पहले ड्रॉप्स लिखते हैं। अगर वैक्स नहीं निकलता तो सिरिंजिंग या सक्शनिंग से सुरक्षित तरीके से सफाई की जाती है। डॉक्टर को कान की बनावट का पूरा ज्ञान होता है इसलिए वे बिना नुकसान पहुंचाए सही तरीके से ईयर वैक्स निकालते हैं।
डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें। एनबीटी इसकी सत्यता, सटीकता और असर की जिम्मेदारी नहीं लेता है।
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