अमेरिका ने हाल ही में आव्रजन का लाभ उठाने के लिए एक नया नियम का प्रस्ताव पेश किया। इस बीच अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अवैध प्रवासियों को लेकर बड़ा बयान दिया है। अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि अवैध रूप से देश में आए लोगों को जाना होगा और इस पर हमें एक नीति बनानी होगी।
अमेरिका के राष्ट्रपति ने सीबीएस को दिए एक इंटरव्यू में कहा, "हमें एक नीति से शुरुआत करनी होगी। नीति यह होनी चाहिए कि यदि आप अवैध रूप से देश में आए हैं, तो आप बाहर जाएंगे। हालांकि, आपने यह भी देखा है कि यदि आप बाहर जाते हैं, तो हम आपके साथ काम करेंगे, और आप कानूनी रूप से हमारे देश में वापस आएंगे।"
उन्होंने कहा, "इसमें काफी समय लगता क्योंकि मैं कहता हूं कि 2.5 करोड़ लोगों को हमारे देश में आने दिया गया। उनमें से कइयों को यहां नहीं होना चाहिए था। हम अपने शहरों को साफ कर रहे हैं। मैं अपराध पर टिप्पणी नहीं कर सकता, लेकिन मैंने अपराध के मामले में बेहतर काम किया है। अपराध की संख्या बहुत कम हो गई है। हालांकि, हमारे देश में ऐसे बहुत से लोग हैं जिन्हें यहां नहीं होना चाहिए। उनमें से कई निर्दयी अपराधी हैं।"
आईसीई ऑपरेशन पर अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, "मुझे लगता है कि वे आगे नहीं बढ़ पाए हैं क्योंकि हमें बाइडेन और ओबामा द्वारा नियुक्त उदार जजों ने रोक रखा है। आपको लोगों को बाहर निकालना होगा। उनमें से कई हत्यारे हैं।"
नेपाल में जेन-जी आंदोलन का टूरिज्म पर असर, भारतीय पर्यटकों के आगमन में भारी गिरावटनेपाल पर्यटन बोर्ड (एनटीबी) से जारी नए आंकड़ों के अनुसार, 2025 के पहले 10 महीनों के दौरान नेपाल में भारतीय पर्यटकों के आगमन की संख्या में गिरावट देखी गई है। हालांकि, कुल विदेशी पर्यटकों की संख्या में मामूली वृद्धि हुई।
भारत नेपाल के पर्यटन उद्योग के लिए सबसे बड़ा स्रोत बाजार बना हुआ है, जो इस हिमालयी राष्ट्र में आने वाले कुल अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों का एक-चौथाई हिस्सा है।
एनटीबी के आंकड़ों के अनुसार, इस साल जनवरी से अक्टूबर के बीच दक्षिणी पड़ोसी देश से आने वाले पर्यटकों की संख्या साल-दर-साल 11 प्रतिशत घटकर 2,43,350 रह गई। हालांकि, कुल विदेशी पर्यटकों का आगमन 0.3 प्रतिशत की मामूली वृद्धि के साथ 9,43,716 हो गया।
इसी दौरान, एक अन्य पड़ोसी देश चीन से आने वाले पर्यटकों की संख्या में 5.3 प्रतिशत की गिरावट आई और यह संख्या 78,929 रह गई। चीन वर्तमान में नेपाल का तीसरा सबसे बड़ा स्रोत बाजार है। यह कोविड के समय से पहले नेपाल के पर्यटन उद्योग के लिए दूसरा सबसे बड़ा स्रोत बाजार था।
पर्यटन उद्यमियों ने कहा कि भारतीय पर्यटकों के आगमन में गिरावट खासतौर पर जेन-जी आंदोलन के प्रभाव के कारण हुई। सितंबर की शुरुआत में हुए जेन-जी आंदोलन में 70 से ज्यादा लोग मारे गए और कई घायल हुए, जबकि बड़े पैमाने पर सरकारी और निजी संपत्तियों को नुकसान पहुंचा।
हयात रीजेंसी और हिल्टन सहित विदेशी ब्रांड के होटलों को हिंसक विरोध प्रदर्शनों के दौरान भारी नुकसान पहुंचा। हिल्टन होटल पूरी तरह जलकर राख हो गया, जबकि हयात होटल रखरखाव के लिए बंद है।
भारतीय और अन्य विदेशी पर्यटकों के लिए यात्राएं आयोजित करने वाली ट्रैवल एजेंसी स्पीडी टूरिज्म एंड ट्रैवल्स प्राइवेट लिमिटेड के प्रबंध निदेशक उमेश दानई ने कहा, "नेपाल जाने की तैयारी कर रहे भारतीय पर्यटकों के चार समूहों ने विरोध प्रदर्शनों के मद्देनजर अपनी यात्राएं रद्द कर दीं। उन्हें सड़क मार्ग से नेपाल पहुंचना था, लेकिन उन्होंने अपनी यात्रा की योजना रद्द कर दी।"
'मै चाहूं तो तुरंत खत्म हो जाएगा हमास', अमेरिकी राष्ट्रपति ने इजरायली पीएम को बताया प्रतिभाशाली व्यक्तिअमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक इंटरव्यू में हमास को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि अगर वह चाहें तो हमास को तुरंत खत्म कर देंगे। अमेरिकी राष्ट्रपति ने इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की जमकर तारीफ भी की।
ट्रंप ने कहा कि अगर हमास ने अच्छा व्यवहार नहीं किया, तो उसे तुरंत खत्म किया जा सकता है। अगर मैं हमास को निशस्त्र करना चाहूंगा तो मैं यह तुरंत कर दूंगा। उन्हें खत्म कर दिया जाएगा। वे यह जानते हैं।
पीएम नेतन्याहू को लेकर उन्होंने कहा कि वह बहुत प्रतिभाशाली व्यक्ति हैं। वह ऐसे व्यक्ति हैं जिन पर पहले कभी दबाव नहीं डाला गया। मुझे नहीं लगता कि उनके साथ अच्छा व्यवहार किया जाता है। मैंने उन पर दबाव डाला।
ठीक एक दिन पहले अमेरिका ने एक वीडियो फुटेज जारी कर हमास पर आरोप लगाया था कि वे गाजा में आम लोगों की मदद के लिए जो सहायता भेजी जा रही है, उसे लूट रहे हैं। हालांकि हमास ने अमेरिका की ओर से लगाए गए इस आरोप को सिरे से खारिज कर दिया था। हमास ने एक बयान जारी कर कहा कि गाजा में एक सहायता काफिले को लूटने के अमेरिकी आरोप झूठे हैं।
हमास द्वारा संचालित गाजा सरकार के मीडिया ऑफिस ने कहा था, "अमेरिकी सेंट्रल कमांड के आरोप झूठे हैं। उनके पास सबूतों का अभाव है और ये एक सुनियोजित दुष्प्रचार अभियान का हिस्सा है।"
नेपाल में यालुंग री पर्वत पर हिमस्खलन, सात पर्वतारोहियों की मौत और चार लापतानेपाल के पूर्वोत्तर में स्थित यालुंग री पर्वत पर हुए एक भीषण हिमस्खलन में विदेशी पर्वतारोहियों सहित कम से कम सात लोगों की मौत हो गई और चार अन्य घायल हो गए। स्थानीय मीडिया की खबर में यह जानकारी दी गई।
‘काठमांडू पोस्ट’ अखबार की खबर के अनुसार, हिमस्खलन के बाद 5,630 मीटर ऊंचे पर्वत के आधार शिविर से चार अन्य लोग लापता हैं। यह पर्वत बागमती प्रांत के दोलखा जिले की रोलवालिंग घाटी में स्थित है।
जिला पुलिस कार्यालय के पुलिस उपाधीक्षक ज्ञान कुमार महतो के हवाले से खबर में बताया गया कि मृतकों में तीन अमेरिकी नागरिक, एक कनाडाई, एक इतालवी और दो नेपाली नागरिक शामिल हैं।
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