दोस्तो हिंदू धर्म में भागवत गीता, रामचरित्रमानस और गरुड़ पुराण जैसे कई ग्रंथ महत्वपूर्ण है, जो हमें जीने, मरने, कर्मों के बारे में बताते हैं, ऐसे में बात करें गरुड़ पुराण की तो यह जीवन, मृत्यु और परलोक के बारे में गहन अंतर्दृष्टि प्रदान करता है। यह पुराण व्यक्ति के कर्मों के परिणामों का विस्तृत वर्णन करता है और इस बात पर ज़ोर देता है कि प्रत्येक कर्म - अच्छा या बुरा - का फल अवश्य मिलता है। आइए जानते हैं गरुड़ पुराण के अनुसार कौनसी सजा मिलती हैं-

निर्दोष को सताना या कैद करना: जो लोग निर्दोष लोगों को कष्ट पहुँचाते हैं, उन्हें दण्ड के रूप में धधकते लोहे की ज़मीन पर डाल दिया जाता है।
व्यभिचार: जो व्यक्ति अपने जीवनसाथी के अलावा किसी अन्य व्यक्ति के साथ यौन संबंध बनाते हैं, उन्हें विशाल लोहे की चट्टानों के नीचे दबा दिया जाता है।
मदिरापान करने वाले ब्राह्मण: जो ब्राह्मण मदिरापान करते हैं, उन्हें लाखों धधकते अंगारों के बीच जलने की यातना का सामना करना पड़ता है।

हत्यारे और भूमि हड़पने वाले: जो लोग हत्या करते हैं या दूसरों की ज़मीन पर अवैध रूप से कब्ज़ा करते हैं, उन्हें धधकते अंगारों पर डाल दिया जाता है।
बड़ों का अपमान: जो लोग बड़ों का अनादर या अपमान करते हैं, वे नरक की प्रचंड आग में डूब जाते हैं।
शक्ति या पद का दुरुपयोग: जो लोग अपने अधिकार का दुरुपयोग करते हैं, वे वैतरणी नदी, यानी नरक में कष्टों की नदी, की पीड़ाएँ भोगते हैं।
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