भोपाल, 21 मई . मुख्यमंत्री मोहन यादव ने बुधवार को कहा है कि मध्य प्रदेश देश का दिल है और देश की धड़कनों में मध्य प्रदेश की आहट होनी चाहिए. यह प्रदेश के युवाओं की प्रतिभा, योग्यता और दक्षता से ही संभव है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा वर्ष 2024 में प्रदेश के 60 युवाओं का चयन मध्य प्रदेश की क्षमता को दर्शाता है. प्रदेश के युवा, देश की अलग-अलग सेवाओं में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे और पूरा देश हमारे प्रदेश के प्रभाव का अनुभव करेगा.
यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा 2024 में चयनित प्रतिभागियों के सम्मान तथा उनसे संवाद के लिए कुशाभाऊ ठाकरे सभागार में आयोजित कार्यक्रम में मोहन यादव ने सभी चयनित प्रतिभागियों को स्मृति चिह्न तथा भारतीय ज्ञान परंपरा पुस्तक की प्रति भेंट कर सम्मानित किया. उन्होंने ई-ज्ञानसेतु यूट्यूब चैनल का लोकार्पण और ‘मध्य प्रदेश की प्रतिभाओं का परचम’ नामक पुस्तिका का विमोचन किया. इस अवसर पर ई-ज्ञानसेतु और चयनित प्रतिभागियों पर वृत्तचित्र का प्रदर्शन भी किया गया. कार्यक्रम में उच्च शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार, मध्य प्रदेश हिंदी ग्रंथ अकादमी के संचालक अशोक कड़ेल, प्रतिभागी और अन्य अधिकारी उपस्थित थे.
मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद देश को एक स्वस्थ लोकतांत्रिक राष्ट्र के रूप में स्थापित करने में प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों का महत्वपूर्ण योगदान रहा है. यह लोकतांत्रिक व्यवस्था की ही देन है कि जमीन से जुड़े व्यक्ति को भी देश-प्रदेश का नेतृत्व करने का अवसर प्राप्त हो सकता है. यह भी गर्व का विषय है कि सिविल सेवा में चयनित अधिकांश युवाओं ने शासकीय स्कूलों से पढ़ाई की है. उन्होंने स्वतंत्रता संग्राम में नेताजी सुभाष चंद्र बोस के योगदान का उल्लेख करते हुए कहा कि भारतवासियों की योग्यता को सिद्ध करने के लिए ही उन्होंने आईसीएस की परीक्षा दी और उसमें सफलता प्राप्त कर अंग्रेजों का घमंड तोड़ा. उन्होंने सम्राट विक्रमादित्य और लोकमाता देवी अहिल्याबाई होल्कर की न्यायप्रियता और सुशासन के प्रति प्रतिबद्धता के उद्धरण देते हुए अभ्यर्थियों से अपने कर्तव्यों के निर्वहन में जनसामान्य के प्रति संवेदनशील, जनकल्याण के लिए सक्रिय और लोकहित के लिए सदैव प्रतिबद्ध रहने का आह्वान किया.
मुख्यमंत्री ने अभ्यर्थियों को उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं देते हुए कहा कि जन कल्याण और देश का विकास लोक सेवा का मुख्य उद्देश्य है. चयनित अभ्यर्थी अपनी कार्यकुशलता और निपुणता के साथ परिश्रम करेंगे तो उनके कार्यों और भावनाओं की सुगंध चंदन की तरह वातावरण में फैलेगी.
उच्च शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने कहा कि इतनी बड़ी संख्या में यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा में प्रदेश के युवाओं का चयन प्रदेशवासियों के लिए गर्व का विषय है. आप सबके सहयोग से प्रदेश के सपनों को साकार करने में मदद मिलेगी. मध्य प्रदेश में सिविल सेवा परीक्षा कोचिंग की व्यवस्था के लिए मुख्यमंत्री के नेतृत्व में राज्य शासन विशेष प्रयास कर रहा है. इस वर्ष शहरों के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों से भी बड़ी संख्या में प्रतिभागियों का चयन हुआ है, जो दर्शाता है कि न केवल स्कूल शिक्षा, बल्कि उच्च शिक्षा का भी ग्रामीण क्षेत्रों तक प्रभावी रूप से विस्तार हुआ है.
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एबीएम/एकेजे
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