Infra-EPC Ltd की सब्सिडियरी धरण इंफ्रा-ईपीसी लिमिटेड (Dharan Infra Solar Private Limited) को उत्तर प्रदेश की स्काईमैक्स इंफ्रा पावर लिमिटेड (Skymax Infrapower Limited) से एक बड़ा ऑर्डर मिला है। इसके तहत कंपनी महाराष्ट्र के नांदेड़ जिले में 75 मेगावॉट एसी / 95.10 मेगावाट पी सोलर पावर प्रोजेक्ट बनाएगी। यह प्रोजेक्ट ग्राउंड-माउंटेड सोलर प्लांट होगा, जिसमें सोलर इक्विपमेंट डिजाइन, सप्लाई, इंस्टॉलेशन से लेकर टेस्टिंग और कमिशनिंग तक की पूरी जिम्मेदारी कंपनी के पास होगी।
यह कॉन्ट्रैक्ट कंपनी के लिए बेहद अहम माना जा रहा है क्योंकि इससे भविष्य में कंपनी की रेवेन्यू और परफॉर्मेंस पर सकारात्मक असर पड़ेगा।
कॉन्ट्रैक्ट की कीमत और समय सीमाइस सोलर प्रोजेक्ट की कुल वैल्यू लगभग 215 करोड़ रुपये है। प्रोजेक्ट को चरणों में पूरा किया जाएगा और उम्मीद है कि यह काम वित्त वर्ष 2025-26 और 2026-27 के बीच पूरा हो जाएगा।
कंपनी ने साफ किया है कि यह कॉन्ट्रैक्ट किसी रिलेटेड पार्टी से नहीं बल्कि सामान्य बिजनेस ऑपरेशन के तहत मिला है।
भारत के ग्रीन एनर्जी लक्ष्यों को मिलेगा फायदाभारत नवीकरणीय ऊर्जा में तेजी से निवेश कर रहा है। यह प्रोजेक्ट न केवल महाराष्ट्र की ग्रीन एनर्जी क्षमता बढ़ाएगा बल्कि Dharan Infra-EPC की बाजार में पकड़ भी मजबूत करेगा। कंपनी पहले रियल एस्टेट और इंफ्रास्ट्रक्चर में सक्रिय थी, और अब सोलर एनर्जी क्षेत्र में भी लगातार विस्तार कर रही है।
शेयर में धमाकेदार उछालखबर आने के तुरंत बाद Dharan Infra-EPC के शेयर में जोरदार तेजी देखने को मिली। सोमवार को शेयर 0.46 रुपये से बढ़कर 0.48 रुपये पर पहुंच गया और 5 प्रतिशत ऊपरी सर्किट में बंद हुआ। इसके साथ ही वॉल्यूम में भी करीब ढाई गुना उछाल दर्ज हुआ। कंपनी का मार्केट कैप करीब 245 करोड़ रुपये है और यह स्टॉक अपने 52-वीक लो 0.34 रुपये से लगभग 41 प्रतिशत ऊपर है।
कंपनी की बैकग्राउंडDharan Infra-EPC Ltd, जिसे पहले केबीसी ग्लोबल लिमिटेड के नाम से जाना जाता था, साल 2007 में स्थापित हुई थी। शुरुआत में कंपनी रियल एस्टेट निर्माण और डेवलपमेंट में थी, लेकिन अब यह रेलवे, रोड, पोर्ट और सोलर पावर जैसे बड़े इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स में भी तेजी से विस्तार कर रही है।
(अस्वीकरण: विशेषज्ञों द्वारा दी गई सिफारिशें, सुझाव, विचार और राय उनके अपने हैं। ये इकोनॉमिक टाइम्स हिन्दी के विचारों का प्रतिनिधित्व नहीं करते हैं।)
यह कॉन्ट्रैक्ट कंपनी के लिए बेहद अहम माना जा रहा है क्योंकि इससे भविष्य में कंपनी की रेवेन्यू और परफॉर्मेंस पर सकारात्मक असर पड़ेगा।
कॉन्ट्रैक्ट की कीमत और समय सीमाइस सोलर प्रोजेक्ट की कुल वैल्यू लगभग 215 करोड़ रुपये है। प्रोजेक्ट को चरणों में पूरा किया जाएगा और उम्मीद है कि यह काम वित्त वर्ष 2025-26 और 2026-27 के बीच पूरा हो जाएगा।
कंपनी ने साफ किया है कि यह कॉन्ट्रैक्ट किसी रिलेटेड पार्टी से नहीं बल्कि सामान्य बिजनेस ऑपरेशन के तहत मिला है।
भारत के ग्रीन एनर्जी लक्ष्यों को मिलेगा फायदाभारत नवीकरणीय ऊर्जा में तेजी से निवेश कर रहा है। यह प्रोजेक्ट न केवल महाराष्ट्र की ग्रीन एनर्जी क्षमता बढ़ाएगा बल्कि Dharan Infra-EPC की बाजार में पकड़ भी मजबूत करेगा। कंपनी पहले रियल एस्टेट और इंफ्रास्ट्रक्चर में सक्रिय थी, और अब सोलर एनर्जी क्षेत्र में भी लगातार विस्तार कर रही है।
शेयर में धमाकेदार उछालखबर आने के तुरंत बाद Dharan Infra-EPC के शेयर में जोरदार तेजी देखने को मिली। सोमवार को शेयर 0.46 रुपये से बढ़कर 0.48 रुपये पर पहुंच गया और 5 प्रतिशत ऊपरी सर्किट में बंद हुआ। इसके साथ ही वॉल्यूम में भी करीब ढाई गुना उछाल दर्ज हुआ। कंपनी का मार्केट कैप करीब 245 करोड़ रुपये है और यह स्टॉक अपने 52-वीक लो 0.34 रुपये से लगभग 41 प्रतिशत ऊपर है।
कंपनी की बैकग्राउंडDharan Infra-EPC Ltd, जिसे पहले केबीसी ग्लोबल लिमिटेड के नाम से जाना जाता था, साल 2007 में स्थापित हुई थी। शुरुआत में कंपनी रियल एस्टेट निर्माण और डेवलपमेंट में थी, लेकिन अब यह रेलवे, रोड, पोर्ट और सोलर पावर जैसे बड़े इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स में भी तेजी से विस्तार कर रही है।
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