इलेक्ट्रॉनिक प्रोडक्ट, बैटरी, ई-मोबिलिटी और अन्य पावर प्रोडक्ट बनाने वाली कंपनी HBL Engineering Ltd के शेयर प्राइस में अपसाइड रैली सोमवार को भी जारी रही और यह स्टॉक 11% की तेज़ी के साथ 1,084.20 रुपए के लेवल पर बंद हुआ.इस दौरान स्टॉक ने 1,122.00 रुपए का अपना ऑल टाइम हाई लेवल देखा.कंपनी का मार्केट कैप 30.51 हज़ार करोड़ रुपए है. पिछले एक साल में भले ही इस स्टॉक का रिटर्न 72% रहा हो लेकिन मार्च 2025 से नवंबर 2025 तक इस स्टॉक में निवेशकों की पूंजी डबल हो गई. इस दौरान स्टॉक का प्राइस 414 रुपए से बढ़कर 1,122.00 रुपए तक पहुंच गया यह 160% से भी अधिक रिटर्न है.
कंपनी कर्ज़ मुक्त हुईएचबीएल इंजीनियरिंग लिमिटेड को पहले एचबीएल पावर सिस्टम्स लिमिटेड के नाम से जाना जाता था. इस कंपनी की कुल संचित ऑर्डर बुक 4,000 करोड़ रुपये से अधिक है. कंपनी ने लगातार अपनी कमाई बढ़ाई और अब उसका रिटर्न ऑन इक्विटी 20.60% है. कंपनी अब कर्ज़ मुक्त है और इसका डेट टू इक्विटी रेशो 0.04 है जो नगण्य है.
एचबीएल इंजीनियरिंग लिमिटेड ने पावर सिस्टम इंडस्ट्री में नए नए प्रोजेक्ट करके अपनी स्थिति मजबूत की है. कंपनी ने महत्वपूर्ण वैश्विक बाजार हिस्सेदारी हासिल की है, विशेष रूप से इंडस्ट्रियल निकल बैटरी में दूसरा स्थान और भारत की वीआरएलए लीड बैटरी में तीसरा स्थान प्राप्त किया है, जबकि देश में अद्वितीय रूप से पीएलटी लीड बैटरी का निर्माण किया है.
वंदे भारत में कंपनी की सर्विस
HBL Engineering का विविध पोर्टफोलियो इंडस्ट्रियल बैटरी, टेलीकॉम और ऑइल एंड गैस सेक्टर को बिजली उपलब्ध करवाता है, जिसमें वंदे भारत ट्रेनों और सीमेंस और हिताची जैसी वैश्विक संस्थाओं द्वारा उपयोग किए जाने वाले प्रोडक्ट शामिल हैं.
वित्त वर्ष 26 की दूसरी तिमाही में कंपनी की नेट सेलिंग वित्त वर्ष 25 की दूसरी तिमाही की तुलना में 131 प्रतिशत बढ़कर 1,203 करोड़ रुपये हो गई और नेट प्रॉफिट 378 प्रतिशत बढ़कर 382 करोड़ रुपये हो गया. वित्त वर्ष 26 की पहली छमाही के परिणामों पर नज़र डालें तो वित्त वर्ष 25 की पहली छमाही की तुलना में नेट सेलिंग 74 प्रतिशत बढ़कर 1,791 करोड़ रुपये और नेट प्रॉफिट 239 प्रतिशत बढ़कर 522 करोड़ रुपये हो गया. वित्त वर्ष 25 में कंपनी ने 1,967 करोड़ रुपये की शुद्ध बिक्री और 276 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया था.
HBL Engineering Ltd के शेयर ने पिछले 5 वर्षों में 65 प्रतिशत CAGR से अच्छा प्रॉफिट दिया है. पिछले तीन साल में इस स्टॉक ने 950 प्रतिशत रिटर्न दिया है.
कंपनी कर्ज़ मुक्त हुईएचबीएल इंजीनियरिंग लिमिटेड को पहले एचबीएल पावर सिस्टम्स लिमिटेड के नाम से जाना जाता था. इस कंपनी की कुल संचित ऑर्डर बुक 4,000 करोड़ रुपये से अधिक है. कंपनी ने लगातार अपनी कमाई बढ़ाई और अब उसका रिटर्न ऑन इक्विटी 20.60% है. कंपनी अब कर्ज़ मुक्त है और इसका डेट टू इक्विटी रेशो 0.04 है जो नगण्य है.
एचबीएल इंजीनियरिंग लिमिटेड ने पावर सिस्टम इंडस्ट्री में नए नए प्रोजेक्ट करके अपनी स्थिति मजबूत की है. कंपनी ने महत्वपूर्ण वैश्विक बाजार हिस्सेदारी हासिल की है, विशेष रूप से इंडस्ट्रियल निकल बैटरी में दूसरा स्थान और भारत की वीआरएलए लीड बैटरी में तीसरा स्थान प्राप्त किया है, जबकि देश में अद्वितीय रूप से पीएलटी लीड बैटरी का निर्माण किया है.
वंदे भारत में कंपनी की सर्विस
HBL Engineering का विविध पोर्टफोलियो इंडस्ट्रियल बैटरी, टेलीकॉम और ऑइल एंड गैस सेक्टर को बिजली उपलब्ध करवाता है, जिसमें वंदे भारत ट्रेनों और सीमेंस और हिताची जैसी वैश्विक संस्थाओं द्वारा उपयोग किए जाने वाले प्रोडक्ट शामिल हैं.
वित्त वर्ष 26 की दूसरी तिमाही में कंपनी की नेट सेलिंग वित्त वर्ष 25 की दूसरी तिमाही की तुलना में 131 प्रतिशत बढ़कर 1,203 करोड़ रुपये हो गई और नेट प्रॉफिट 378 प्रतिशत बढ़कर 382 करोड़ रुपये हो गया. वित्त वर्ष 26 की पहली छमाही के परिणामों पर नज़र डालें तो वित्त वर्ष 25 की पहली छमाही की तुलना में नेट सेलिंग 74 प्रतिशत बढ़कर 1,791 करोड़ रुपये और नेट प्रॉफिट 239 प्रतिशत बढ़कर 522 करोड़ रुपये हो गया. वित्त वर्ष 25 में कंपनी ने 1,967 करोड़ रुपये की शुद्ध बिक्री और 276 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया था.
HBL Engineering Ltd के शेयर ने पिछले 5 वर्षों में 65 प्रतिशत CAGR से अच्छा प्रॉफिट दिया है. पिछले तीन साल में इस स्टॉक ने 950 प्रतिशत रिटर्न दिया है.
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