राजस्थान के कई इलाकों में भारी बारिश ने तबाही मचा दी है। कई गाँव पूरी तरह जलमग्न हो गए हैं और कई गाँवों का संपर्क पूरी तरह से टूट गया है। सबसे ज़्यादा असर कोटा, बूंदी, सवाई माधोपुर और झालावाड़ में देखने को मिल रहा है। हाड़ौती क्षेत्र में मूसलाधार बारिश से सब कुछ बर्बाद हो गया है। कोटा के हरिजी का निमोदा गाँव समेत दीगोद उपखंड में 400 से ज़्यादा कच्चे-पक्के मकान ढह गए। सैकड़ों लोग राहत शिविरों में रहने को मजबूर हैं।
लोगों को बचाने के लिए सेना उतरी
लगातार बारिश के बाद बाढ़ आ गई है। लोगों को बचाने के लिए सेना और एनडीआरएफ, एसडीआरएफ की मदद लेनी पड़ी। गाँव के बुजुर्गों का कहना है कि उन्होंने ऐसा पानी कभी नहीं देखा, जिसने सब कुछ तबाह कर दिया हो। बाढ़ का पानी उतरते ही तबाही के निशान दिखाई देने लगे हैं। लोगों के कच्चे-पक्के मकान और घरेलू सामान बह गए। कुछ मवेशी बह गए और कुछ की मौत हो गई। घरों में लोगों के पास रखा अनाज खराब हो गया है।
2 किलोमीटर लंबी गहरी खाई बनी
सवाई माधोपुर में भारी बारिश के कारण सूरवाल बांध ओवरफ्लो हो गया है। इसके बाद, बांध से आ रहे पानी के कारण जड़ावता गाँव में भारी तबाही मची है। पानी के तेज़ बहाव के कारण गाँव के पास लगभग दो किलोमीटर लंबी, 100 फीट चौड़ी और 55 फीट गहरी खाई बन गई है। इस खाई में बहते पानी के साथ दो मकान, दो दुकानें और बालाजी व भेरू जी के मंदिर ढह गए। किसानों की कई एकड़ ज़मीन गहरी खाई में डूब गई है।
मिट्टी का कटाव रोकना नामुमकिन- ग्रामीण
सेना और एसडीआरएफ की टीमें मौके पर तैनात कर दी गई हैं। आसपास के घरों को खाली करा लिया गया है। प्रशासन लगातार स्थिति पर नज़र बनाए हुए है, लेकिन ग्रामीणों का कहना है कि अब मिट्टी का कटाव रोकना लगभग नामुमकिन हो गया है। पानी के तेज़ बहाव के बाद किसानों के खेत में गहरी खाई बनने की सूचना पर स्थानीय विधायक और मंत्री करोड़ी लाल मीणा ने प्रभावित क्षेत्र का दौरा किया। इस दौरान अधिकारियों को मशीनों के ज़रिए पानी की दिशा मोड़ने के निर्देश दिए गए।
और बारिश से हालात और बिगड़ सकते हैं
विशेषज्ञों का कहना है कि अगर बारिश जारी रही तो हालात और बिगड़ सकते हैं। उधर, राजधानी जयपुर में रविवार को लगातार दूसरे दिन बारिश के कारण कई इलाकों में जलभराव हो गया। शहर के कई हिस्सों में सड़कें जलमग्न हो गईं। कई जगहों पर घुटनों तक पानी भर जाने से यातायात में भारी व्यवधान आया और यात्रियों को असुविधा का सामना करना पड़ा। जयपुर के कई इलाकों में ट्रांसफार्मर और बिजली लाइनों में खराबी के कारण बिजली गुल होने की खबरें हैं।
जयपुर के कई इलाकों में बिजली गुल
जयपुर के बरकत नगर, टोंक फाटक और अन्य इलाकों में शनिवार रात कई बार बिजली गुल हुई, जिसे ठीक करने में तकनीकी टीम को करीब सात घंटे लग गए। जयपुर विकास प्राधिकरण ने विद्याधर नगर के पास स्थित किशन बाग और स्वर्ण जयंती पार्क को सोमवार से बुधवार तक आम जनता के लिए बंद करने का फैसला किया है। उदयपुर में शनिवार देर रात महाराणा भूपाल सिंह अस्पताल के एक हिस्से में पानी भर गया।
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