अमरावती। चक्रवाती तूफान मोंथा तेजी से आंध्र प्रदेश के तटीय इलाकों की ओर बढ़ रहा है। शासन और प्रशासन ने इससे उत्पन्न होने वाली परिस्थितियों से निपटने के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं। इस बीच, पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी में मोंथा एक भीषण चक्रवाती तूफान में बदल गया है। मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने सभी दलों के नेताओं से राहत कार्यों में सरकार कासहयोग करने की अपील है।
चक्रवात मोंथा के मद्देनजर मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने गठबंधन के सांसदों, मंत्रियों और विधायकों के साथ वर्चुअली बैठक की और सभी से सहायता करने का आग्रह किया। उन्होंने सभी मंत्रियों, विधायकों और कार्यकर्ताओं से अपने चुनाव क्षेत्र में उपलब्ध रहने का अनुरोध किया। उन्होंने गठबंधन कार्यकर्ताओं से राहत कार्यों में भाग लेने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि यदि आवश्यक हुआ, तो वे केंद्र से सहायता भी मांगेंगे।
उन्होंने कहा कि सरकार का लक्ष्य लोगों की जान बचाना और नुकसान कम करना है! उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार समय समय पर उनके संपर्क में है और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने स्वयं आश्वासन दिया है कि केंद्र सरकार राहत कार्य में अपनी पूरी सहयोग देगी। उन्होंने नेताओं से लेकर कार्यकर्ता तक सभी को जनता का सहयोग करने की सलाह दी। इस बीच मौसम विभाग के अनुसार पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी में मोंथा एक भीषण चक्रवाती तूफान में बदल गया है।
तूफान पिछले 6 घंटों में 12 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ़्तार से आगे बढ़ा है। यह वर्तमान में मछलीपट्टनम से 160 किलोमीटर, काकीनाडा से 240 किलोमीटर और विशाखापट्टनम से 320 किलोमीटर दूर स्थित है। विभाग ने अनुमान जताया है कि चक्रवाती तूफान आज रात (मंगलवार) काकीनाडा और मछलीपट्टनम के बीच तट को पार कर सकता है। वर्तमान में चक्रवात के प्रभाव से विजयवाड़ा , विशाखापट्टनम, गुंटूर और तटीय आंध्र प्रदेश के कई हिस्सों में बारिश हो रही है।






